रायपुर : नवा रायपुर के तूता प्रदर्शन स्थल में प्रदेश भर से विद्यामितान अतिथि शिक्षकों ने जमघट लगाया. विद्यामितान अतिथि शिक्षक सरकार से नियमितिकरण की मांग कर रहे हैं. 7 अगस्त से जारी इस प्रदर्शन का आखिरी दिन 13 अगस्त रविवार को है. प्रदर्शन के छठवें दिन प्रदर्शनकारियों ने अर्धनग्न विरोध प्रदर्शन किया. हाथों में तख्ती लिए नंगे बदन विद्या मितान अतिथि शिक्षक सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे.
विद्या मितान अतिथि शिक्षकों की केवल एक ही मांग नियमितीकरण करने की है. विद्यामितान संघ के प्रदेशाध्यक्ष की माने तो सरकार को बने लगभग 5 साल बीतने को हैं. बावजूद इसके विद्या मितान अतिथि शिक्षकों का नियमितीकरण नहीं हो पाया है. 15 अगस्त तक सरकार यदि मांगों पर अमल नहीं करती है, तो उग्र आंदोलन करने के लिए विद्या मितान अतिथि शिक्षक तैयार हैं.पिछले 5 सालों से सरकार के ऊपर विश्वास कर हर तरह से अपील की गई. लेकिन अब तक मांगें पूरी नहीं हुई है. लिहाजा मांगें पूरी नहीं होने पर आंदोलन किया जाएगा.
"सरकार का दावा है कि 36 में से 34 वादों को पूरा कर चुकी है. ऐसे में छत्तीसगढ़ के रहने वाले विद्या मितान अतिथि शिक्षकों की मांगें क्यों पूरी नहीं की गई है. सरकार से बस एक यही प्रश्न है कि आखिर विद्या मिटाना अतिथि शिक्षकों का नियमितकरण कब होगा ? सरकार की वादा खिलाफी से दुखी होकर आज अर्धनग्न प्रदर्शन के लिए मजबूर हुए हैं. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि 15 अगस्त तक उनकी मांग को पूरा कर दिया जाए. नहीं तो उग्र आंदोलन के लिए विद्यामितान अतिथि शिक्षक तैयार हैं."-धर्मेंद्र वैष्णव,प्रदेश अध्यक्ष,छत्तीसगढ़ विद्यामितान अतिथि शिक्षक कल्याण संघ
जनघोषणा पत्र में नियमित करने का था वादा : आपको बता दें कि सरकार बनने के पहले कांग्रेस ने साल 2018 में अपने जन घोषणापत्र में प्रदेश के विद्या मितान अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का वादा किया था. लेकिन सरकार बनने के बाद आज तक इनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया. प्रदर्शन से पहले विद्यामितान संघ ने कई बार सरकार के सामने अपनी मांगें रखी. लेकिन वो पूरी नहीं की गई.लिहाजा अब विद्या मितान अतिथि शिक्षक संघ आरपार की लड़ाई के मूड में है.शनिवार को प्रदर्शन के छठवें दिन विद्यामितान संघ के लोगों नेअर्धनग्न प्रदर्शन करके चेतावनी दी है.
सीएम भूपेश बघेल को भेज चुके हैं राखी : इसके पहले विद्यामितान अतिथि शिक्षकों ने अनोखे अंदाज में भीख मांग कर प्रदर्शन किया था.इसके बाद प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल को नियमित करने के लिए पत्र लिखने के साथ ही राखी भेजकर गुहार लगाई गई थी.लेकिन अब जब सरकार इनकी मांगें नहीं मान रही है तो संघ के पदाधिकारियों ने उग्र आंदोलन की तैयारी की है.