रायपुर : बारिश के सीजन में बस्तर और गरियाबंद की पारंपरिक सब्जी बोड़ा और पुटू रायपुर के बाजारों में रौनक बढ़ा रही (vegetable is more expensive than mutton ) है. इन दोनों ही जंगली सब्जियों की लोकप्रियता देखते ही बनती है.क्योंकि इनकी कीमत सुनकर हर कोई चौंक जाता (desi putu and khexi make the markets bright)है. क्योंकि इन दोनों ही सब्जियों के दाम 650 रूपये किलो बिकने वाले मटन और 180 रूपये किलो चिकन से तीन गुना अधिक है.
क्यों है सब्जी महंगी : बारिश के मौसम की इस खास सब्जी की आवक और कीमत में इतने अंतर की वजह इनके अंदर मौजूद पोषक तत्व (Nutrients are present in Putu and Khexi) हैं. बारिश के कारण हरी सब्जी की अवाक कम हो जाती है. जिसके कारण इनके भाव बाजार में आसमान छूने लगे हैं.
खेक्सी भी है खास : छत्तीसगढ़ की दूसरी लोकप्रिय खेक्सी है. जो अभी बाजार में 200 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है. सेमी, हरी धनिया और ग्वार फल्ली की कीमत में बढ़ोतरी देखी गई है. बावजूद इसके खेख्सी का कोई तोड़ नहीं है.बोड़ा चिल्लहर में 400 तो थोक का दाम 300 रूपये किलो है. इसी तरह पुटू का चिल्लहर दाम 1600 और थोक दाम 1200 है. छोटी खेक्सी 200 रु प्रति किलो के हिसाब से बाजार में बिक रही है.