रायपुर: कोरोना संकट के इस दौर में छत्तीसगढ़ में कई सामाजिक संस्थाएं लोगों को मदद पहुंचाने का काम कर रही है. ऐसे ही एक कोरोना वॉरियर्स से ETV भारत ने चर्चा की, वसुधैव कुटुम्बकम फाउंडेशन की टीम मानवता की मिसाल कायम करते हुए लगातार 24 मार्च से जरुरतमंदों की सेवा कर रही है. वसुधैव कुटुम्बकम फाउंडेशन के संस्थापक रविंद्र सिंह ने ETV भारत के साथ कोरोना काल के दौरान लोगों की सेवा में आई चुनौती और अपने अनुभव साझा किए हैं.
रविंद्र ने बताया कि वसुधैव कुटुम्बकम फाउंडेशन लॉकडाउन में फंसे गरीब और असहाय मजदूरों और जरुरतमंद लोगों की लगातार मदद कर रही है. लोगों को कच्चे राशन के पैकेट उपलब्ध कराए जा रहे हैं. जिसमें चावल, दाल, आटा, नमक, मसाले, अचार, तेल के अलावा सब्जियां दी जा रही है. इसके अलावा दिव्यांग, बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ध्यान रखते हुए उनके लिए दवाएं और जरूरत के हिसाब से जो भी सामान उन्हें चाहिए होता है, उपलब्ध कराया जा रहा है.
रायपुर: कोरोना ने बदली लोगों की जीवन शैली, सेहत को लेकर हो रहे जागरूक
लड़कियों को सुरक्षित घर पहुंचाया
रविंद्र ने बताया कि लोगों को मदद पहुंचाने के दौरान कई तरह के अनुभव मिले. उन्होंने बताया कि अहमदाबाद से 20 लड़कियों की टीम को आधी रात टाटीबंध में छोड़ दिया गया था. इसकी सूचना मिलने पर पूरी टीम ने उन बच्चियों के लिए न सिर्फ भोजन और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की बल्कि भवन में कई दिन रुकवाकर उन्हें सुरक्षित घर भेजा. रविंद्र ने बताया कि इस दौरान उनके सामने सबसे ज्यादा चुनौती सुरक्षा को लेकर सामने आई.
समाजिक संस्थाएं हैं सक्रिय
कोरोना महामारी के दौरान सामाजिक संस्थाएं अपने स्तर पर जरुरतमंद लोगों को मदद पहुंचा रही है. समाजसेवी लगातार लोगों को जरूरी सामान उपलब्ध करा रहे हैं. साथ ही लोगों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचा रहे हैं. कोरोना काल में लोगों की सेवा में लगे ऐसे लोग देश और समाज के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं.