रायपुर: नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने बुधवार को बूढ़ातालाब (विवेकानंद सरोवर) को धरोहर के रूप में संरक्षित करने, तालाबों, नदी-नालों को स्वच्छ रखने और निरंतर साफ-सफाई के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से श्रमदान किया.
14वीं सदी के ऐतिहासिक बूढ़ातालाब को सहेजने की कवायद जोरों पर है. 10 दिन में ही आधी से ज्यादा जलकुंभी निकाली जा चुकी है. महापौर एजाज ढेबर का निर्देश है कि हर हाल में बूढ़ातालाब 25 मई तक साफ हो जाना चाहिए. यानि तालाब को पूरी तरह से जलकुंभी मुक्त करने के लिए 5 दिन और बाकी हैं. निगम प्रशासन का दावा है कि इस अभियान के बाद तालाब में कभी जलकुंभी पैदा नहीं होगी. इसके लिए विशेष तरह की दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है.
नगरीय प्रशासन मंत्री ने की सफाई
नगर निगम रायपुर क्षेत्र के तेलीबांधा तालाब, कटोरा तालाब और प्रहलदवा तालाब समेत शहर में स्थित अन्य तालाबों का सौन्दर्यीकरण किया जाना है. तालाबों और नालों के गंदे पानी को ट्रीट करने की कड़ी में बूढ़ातालाब का भी सौन्दर्यीकरण और इसकी साफ-सफाई की जा रही है. नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. डहरिया ने रापा, फावड़ा हाथ में लेकर तालाब की साफ-सफाई की.
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महापौर करते हैं रोज निरीक्षण
प्रतिदिन खुद महापौर इसका निरीक्षण कर रहे हैं. अब तक साढ़े 500 डंपर से ज्यादा जलकुंभी और गाद निकाली जा चुकी है. महापाैर ने कहा कि बूढ़ातालाब को राजधानी का सबसे सुंदर और विकसित स्थल बनाना है.
हाइड्रोलिक आर्म
बता दें कि तालाब का सौन्दर्यीकरण कर इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का काम नगर निगम रायपुर और रायपुर स्मार्ट सिटी के माध्यम से किया जा रहा है. हाइड्रोलिक आर्म से तालाब के कचरे को निकाला जा रहा है.
नगर निगम रायपुर के महापौर ऐजाज ढेबर, सभापति प्रमोद दुबे ने भी श्रमदान किया. इस मौके पर आयुक्त नगर निगम सौरभ कुमार सहित सभी पार्षद उपस्थित थे.