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Udta Raipur: उड़ता रायपुर, नशे की गिरफ्त में युवा, रोज एक तस्कर पहुंच रहा जेल - रायपुर में बढ़ रहा नशे का क्रेज

मेट्रो सिटी की तरह राजधानी रायपुर के युवाओं में भी नशा करने का क्रेज बढ़ गया है. युवाओं के अलावा नाबालिग भी महंगा नशा कर रहे हैं. दिल्ली, मुंबई, गोवा जैसे बड़े शहरों से नशा सप्लाई हो रहा है. कई ड्रग माफिया भी सक्रिय हैं. साल 2022 में 364 तस्करों को सलाखों के पीछे भेजा गया है यानि रोजाना एक तस्कर जेल भेजा जा रहा है.Youth are in the grip of drugs

increase in drug consumption rate in raipur
रायपुर में बढ़ रहा नशे का क्रेज
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Published : Feb 7, 2023, 7:03 PM IST

रायपुर: राजधानी रायपुर में हर दिन एक तस्कर जेल जा रहा है. फिर भी नशे का कारोबार थम नहीं रहा है. अब राजधानी रायपुर उड़ता रायपुर बनता जा रहा है. नशे के चंगुल में आए ज्यादातर युवा पढ़ाई, सर्विस या बिजनेस के सिलसिले में मुंबई, गोवा, बैंगलोर, दिल्ली, पुणे जैसे बड़े शहर में गए थे. वहां वे नशे की गिरफ्त में आ गए.

महंगे नशे के चंगुल में युवा: दूसरे शहर पढ़ाई करने गए युवा जब वापस लौटे तो यहां भी सूखा नशा करने लगे हैं. इसकी पूर्ति के लिए उन्हीं शहर के ड्रग पेडलर से नशे का समान मंगाने लगे. धीरे-धीरे डीलरों का भी रायपुर, दुर्ग भिलाई और बिलासपुर में आना जाना शुरू हो गया. युवाओं में बढ़ते नशे के क्रेज को देखते हुए ही रायपुर पुलिस ने विशेष अभियान की शुरुआत की. पिछले एक माह में पुलिस ने 24 से अधिक लोगों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की है.


सस्ते नशे का भी क्रेज: राजधानी रायपुर जितनी तेजी से डेवलोप हो रहा है. उतनी ही तेजी से नशे का खेल भी बढ़ा है. महंगे के अलावा सस्ता नशा करने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं. शहर की घनी आबादी और बस्ती वाले इलाकों में युवाओं के अलावा नाबालिग भी नशे की गोलियां और कफ सिरप जैसे सस्ता नशा करने के आदि हो गए हैं. सस्ता होने के कारण इसका उपयोग करने वालों की संख्या बढ़ने लगी है. इसके चलते कई मेडिकल दुकान वाले चोरी-छिपे गोलियां और कफ सिरप बेच रहे हैं. पुलिस ने इसमें भी कार्रवाई करते हुए कई लोगों को जेल की सलाखों तक भेजा है.


एनसीबी के निर्देश पर कार्रवाई: सूखे नशे की बात की जाए तो ज्यादातर इस्तेमाल गांजे का हो रहा है. शहर का ऐसा कोई गली मोहल्ला नहीं होगा. जहां गांजा पीते लोग दिखाई न दे. गांजा ओड़िशा और जगदलपुर रूट से ज्यादा पहुँच रहा है. वहीं ड्रग्स की बात की जाए तो दिल्ली, मुंबई और गोवा के अलावा पंजाब से भी सूखे नशे की सप्लाई ज्यादा है. पिछले दिनों दिल्ली से कोरियर के जरिए भी ड्रग्स रायपुर पहुंचा था. जिसमें एनसीबी ने कार्रवाई की थी. इस मामले में एक युवक और युवती की गिरफ्तारी भी हुई थी.


50 रुपये से 10 हजार तक: गांजा, गोली और सिरप काफी सस्ता नशा है. इसकी कीमत 50 रुपये से शुरू होती है. कोकीन और चरस महंगा नशा है. जिसकी कीमत 500 रुपये से शुरू होती है, जबकि ड्रग्स काफी महंगा मादक पदार्थ है. 1 ग्राम ड्रग्स की कीमत 8 से 10 हजार है. इसके बावजूद इसका सेवन युवा ज्यादा कर रहे हैं. रायपुर पुलिस दो बार बड़े नेटवर्क का खुलासा कर चुकी है. इसमें कई ऐसे लोग भी पकड़े गए थे. जो केवल सेवन कर रहे थे.

यह भी पढ़ें: Relative cheated in Raipur अफसर बनाने का झांसा देकर 15 लाख की ठगी, आरोपी गिरफ्तार


क्या कहते हैं अफसर: रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि "एनडीपीएस को लेकर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. पिछले 1 माह में 24 से अधिक कार्रवाई एनडीपीएस एक्ट के तहत की गई है. लेकिन कई मामलों के आरोपियों के पास से कम मात्रा में मादक पदार्थ मिलते हैं. ऐसे में कोर्ट से उन्हें आसानी से बेल मिल जाती है. लेकिन पुलिस फिर से कार्रवाई करती है. लगातार कार्रवाई से कुछ हद तक तो कमी आई है. पुलिस इस पर पूरी तरह से रोक लगाने की कोशिश कर रही है."

रायपुर: राजधानी रायपुर में हर दिन एक तस्कर जेल जा रहा है. फिर भी नशे का कारोबार थम नहीं रहा है. अब राजधानी रायपुर उड़ता रायपुर बनता जा रहा है. नशे के चंगुल में आए ज्यादातर युवा पढ़ाई, सर्विस या बिजनेस के सिलसिले में मुंबई, गोवा, बैंगलोर, दिल्ली, पुणे जैसे बड़े शहर में गए थे. वहां वे नशे की गिरफ्त में आ गए.

महंगे नशे के चंगुल में युवा: दूसरे शहर पढ़ाई करने गए युवा जब वापस लौटे तो यहां भी सूखा नशा करने लगे हैं. इसकी पूर्ति के लिए उन्हीं शहर के ड्रग पेडलर से नशे का समान मंगाने लगे. धीरे-धीरे डीलरों का भी रायपुर, दुर्ग भिलाई और बिलासपुर में आना जाना शुरू हो गया. युवाओं में बढ़ते नशे के क्रेज को देखते हुए ही रायपुर पुलिस ने विशेष अभियान की शुरुआत की. पिछले एक माह में पुलिस ने 24 से अधिक लोगों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की है.


सस्ते नशे का भी क्रेज: राजधानी रायपुर जितनी तेजी से डेवलोप हो रहा है. उतनी ही तेजी से नशे का खेल भी बढ़ा है. महंगे के अलावा सस्ता नशा करने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं. शहर की घनी आबादी और बस्ती वाले इलाकों में युवाओं के अलावा नाबालिग भी नशे की गोलियां और कफ सिरप जैसे सस्ता नशा करने के आदि हो गए हैं. सस्ता होने के कारण इसका उपयोग करने वालों की संख्या बढ़ने लगी है. इसके चलते कई मेडिकल दुकान वाले चोरी-छिपे गोलियां और कफ सिरप बेच रहे हैं. पुलिस ने इसमें भी कार्रवाई करते हुए कई लोगों को जेल की सलाखों तक भेजा है.


एनसीबी के निर्देश पर कार्रवाई: सूखे नशे की बात की जाए तो ज्यादातर इस्तेमाल गांजे का हो रहा है. शहर का ऐसा कोई गली मोहल्ला नहीं होगा. जहां गांजा पीते लोग दिखाई न दे. गांजा ओड़िशा और जगदलपुर रूट से ज्यादा पहुँच रहा है. वहीं ड्रग्स की बात की जाए तो दिल्ली, मुंबई और गोवा के अलावा पंजाब से भी सूखे नशे की सप्लाई ज्यादा है. पिछले दिनों दिल्ली से कोरियर के जरिए भी ड्रग्स रायपुर पहुंचा था. जिसमें एनसीबी ने कार्रवाई की थी. इस मामले में एक युवक और युवती की गिरफ्तारी भी हुई थी.


50 रुपये से 10 हजार तक: गांजा, गोली और सिरप काफी सस्ता नशा है. इसकी कीमत 50 रुपये से शुरू होती है. कोकीन और चरस महंगा नशा है. जिसकी कीमत 500 रुपये से शुरू होती है, जबकि ड्रग्स काफी महंगा मादक पदार्थ है. 1 ग्राम ड्रग्स की कीमत 8 से 10 हजार है. इसके बावजूद इसका सेवन युवा ज्यादा कर रहे हैं. रायपुर पुलिस दो बार बड़े नेटवर्क का खुलासा कर चुकी है. इसमें कई ऐसे लोग भी पकड़े गए थे. जो केवल सेवन कर रहे थे.

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क्या कहते हैं अफसर: रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि "एनडीपीएस को लेकर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. पिछले 1 माह में 24 से अधिक कार्रवाई एनडीपीएस एक्ट के तहत की गई है. लेकिन कई मामलों के आरोपियों के पास से कम मात्रा में मादक पदार्थ मिलते हैं. ऐसे में कोर्ट से उन्हें आसानी से बेल मिल जाती है. लेकिन पुलिस फिर से कार्रवाई करती है. लगातार कार्रवाई से कुछ हद तक तो कमी आई है. पुलिस इस पर पूरी तरह से रोक लगाने की कोशिश कर रही है."

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