गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जेसीसीजे) में मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. रविवार को JCCJ विधायक देवव्रत सिंह और प्रमोद शर्मा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी को अपना समर्थन देने का ऐलान कर दिया.
देवव्रत सिंह ने कहा कि 'मैंने कांग्रेस को समर्थन दिया है और मैं यह स्पष्ट कर दे रहा हूं कि कम से कम तीन विधायक जब तक न हो जाएं तबतक हम कांग्रेस में नहीं जाएंगे. तीसरा विधायक जब आएगा तब हम कांग्रेस प्रवेश करेंगे. देवव्रत ने यह भी कहा कि कांग्रेस जब हमें लेगी तब तो हम जाएंगे.
'रेणु जोगी की भी इच्छा कांग्रेस में जाने की'
देवव्रत ने कहा कि रेणु जोगी की भी इच्छा है कि वो कांग्रेस में जाएं. जब अजीत जोगी कोमा में थे तब भी मैंने सोनिया गांधी से जोगी जी के कांग्रेस में शामिल होने की इच्छा को जाहिर किया था. देवव्रत सिंह ने बीते दिनों धर्मग्रंथों पर हाथ रखकर जोगी के उस कसम को याद दिलाते हुए कहा कि चाहे जो हो जाए हम बीजेपी का समर्थन नहीं करेंगे.
'कांग्रेस से कोई परहेज नहीं'
देवव्रत सिंह ने जेसीसीजे को वर्तमान में बीजेपी को समर्थन देने पर दुःख जताया. प्रेसवार्ता में जेसीसीजे के दोनों विधायकों ने यह स्पष्ट कर दिया कि उन्हें कांग्रेस में शामिल होने में कहीं कोई परहेज नहीं है. फिलहाल कुछ तकनीकी बाध्यता के कारण वो कांग्रेस में शामिल नहीं हो पा रहे हैं. प्रेसवार्ता के दौरान मरवाही चुनाव प्रभारी, मंत्री जयसिंह अग्रवाल भी मौजूद थे.
3 नवंबर को होना है मतदान
मरवाही उपचुनाव में वर्तमान में कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है. जिस तरह से दोनों पार्टियों के दिग्गज नेता चुनाव प्रचार की कमान संभाल रहे हैं, उससे ये साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि दोनों पार्टियों ने चुनाव जीतने के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है. बता दें कि मरवाही उपचुनाव में कांग्रेस की ओर से डॉ. केके ध्रुव मैदान में हैं. तो दूसरी तरफ बीजेपी की ओर से डॉ. गंभीर सिंह मैदान में हैं. आगामी 3 नवंबर को दोनों प्रत्याशियों की किस्मत लॉक हो जाएगी. अब देखना होगा की मरवाही की जनता किस पर मुहर लगाती है.