रायपुर: देश की सियासत में टूलकिट की चर्चा काफी तेज हो गई है. बीजेपी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि कांग्रेस प्रधानमंत्री और देश को बदनाम करने के लिए टूलकिट का प्रयोग कर रही है. बीजेपी का कहना है कि टूलकिट के जरिए कांग्रेस कोरोना के मामले में केन्द्र सरकार को नाकाम बताने की कोशिश कर रही है. हालांकि कांग्रेस ने इसे गलत करार दिया है. कांग्रेस का कहना है कि देश का ध्यान बांटने की कोशिश में बीजेपी झूठा प्रचार कर रही है.
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इस सियासी घमासान की चिंगारी छत्तीसगढ़ भी पहुंच गई है. बुधवार को इस मामले में रायपुर के सिविल लाइन थाने में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. FIR छत्तीसगढ़ NSUI के अध्यक्ष आकाश शर्मा ने दर्ज कराई है. उन्होंने पूर्व सीएम रमन सिंह और संबित पात्रा पर गलत जानकारी साझा करने और अफवाह फैलाने का आरोप लगाया है.
सोशल मीडिया पर छिड़ी जंग
इस मुद्दे पर भाजपा के तमाम नेताओं ने ट्विट कर अपनी भड़ास निकाली है. छत्तीसगढ़ भाजपा ने एफआईआर दर्ज कराने को गलत करार देते हुए कई हैशटैग सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं. ये सिलसिला फिलहाल जारी है. #भूपेश_हमें_भी_करो_गिरफ्तार, #भूपेश_मुझे_भी_गिरफ्तार_करो जैसे हैशटैग सोशल मीडिया पर ट्रेंड कराया है. कई नेताओं ने अपने पोस्ट में इसे लोकतंत्र की खिलाफ बताया है. कुछ ने भूपेश सरकार पर तानाशाह होने का आरोप मढ़ा है.
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कांग्रेस भी पीछे नहीं
छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने अपने ट्विटर एकाउंट पर 'संबित जेल जाएगा' लिखा हुआ पोस्ट पिन करके रखा है. #भाजपा_से_सवाल_पूछते_रहना
जैसे हैशटैग के माध्यम से कई हमले भाजपा नेताओं पर किए गए हैं. कई हैशटैग से रमन सिंह पर तीखा हमला किया गया है.
पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने ली चुटकी
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने चुटकी लेते हुए ट्विट किया है कि कांग्रेस और NSUI के अति उत्साही मित्रों को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के खिलाफ भी एफआईआर करानी चाहिए. क्योंकि उन्होंने भी अपनी आत्मकथा में राहुल गांधी की योग्यता पर सवाल उठाए हैं. इस पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए चंद्राकर को पार्टी गुटबाजी का शिकार ठहरा दिया है.
इस तरह सोशल मीडिया पर दोनों ओर से पोस्ट किए जा रहे हैं. हालांकि इस दौरान कई पोस्ट ऐसे भी देखे गए जिनमें भाषा की मर्यादा टूटती नजर आ रही है. इस ओर वरिष्ठ नेताओं को ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि अति उत्साह में कई बार बात और ज्यादा बिगड़ जाती है.