रायपुर: विश्व सिकलसेल दिवस पर परिवार एवं कल्याण विभाग की तरफ से कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव समेत स्वास्थ्य विभाग के तमाम अफसर और कर्मचारी मौजूद रहे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने सिकल सेल के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने वाले और इस बीमारी से पीड़ित बच्चों का सम्मान किया.
इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने सिकलसेल की बीमारी से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने पर बल दिया, साथ ही उन्होंने प्रदेश के 27 जिलों में नवीन परामर्श केंद्र स्थापित किए जाने की भी घोषणा की.
- कार्यक्रम के बाद जब स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव से पूछा गया है कि क्या सिकलसेल के मरीजों को दिव्यांगों की श्रेणी में लाया जा रहा है और उसके लिए क्या सर्टिफिकेट दिया जाएगा. इसके जवाब में मंत्री ने कहा कि अगर सर्टिफिकेट देना बाध्यता होगी तो उन सभी मरीजों को सर्टिफिकेट दिया जाएगा.
- वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि उनके पाटन विधानसभा क्षेत्र में पिछले दिनों कराए गए जांच में 10000 बच्चों में से 283 बच्चे सिकलसेल की बीमारी से पीड़ित थे, ऐसे में उनके क्षेत्र में लाखों लोगों में से कितने सिकल सेल के मरीज होंगे बखूबी अंदाजा लगाया जा सकता है.
- बघेल ने कहा कि अधिकांश लोगों को इस बात का पता ही नहीं होता है कि उन्हें यह बीमारी है, साथ ही जिनके माता-पिता को इस बात की जानकारी लग जाती है उनके बच्चों को सिकलसेल की बीमारी है लेकिन वह उसे छुपाते हैं इस डर से कि उस बच्चे की शादी नहीं हो पाएगी.
- साथ ही उन्होंने कहा कि यह आवश्यक है कि प्राइमरी स्कूल में ही इसकी जांच कराई जाए और उसकी जानकारी दी जाए जिससे बच्चे इसे लेकर खुद सतर्क रहें आज इस दिशा में और भी काम करने की जरूरत है इस बीमारी से कितने लोग प्रभावित हैं इसकी जानकारी ली जाए और उन्हें उचित उपचार मुहैया कराया जाए.
- राज्य सरकार ने साफ कर दिया है कि इस बीमारी से निपटने विभाग को किसी तरह की भी जरूरत होगी तो उसे पूरा किया जाएगा यहां पैसे की कोई कमी नहीं की जाएगी.