रायपुर : राजधानी रायपुर के प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कई सवालों के जवाब दिए. इसमें पत्रकारों ने ज्यादातर सवाल शराबबंदी, आयुष्मान योजना और पुनीत गुप्ता को लेकर किए.
सिंहदेव ने मीडिया से चर्चा में कहा कि सीएम ने जब नक्सलियों को हथियार रखकर चर्चा करने की बात कही है, तो यह भी होना चाहिए. सिहंदेव ने यह भी कहा कि बिना कारण जो बंदी है उस पर भी विचार होना जरूरी है. पिछली सरकार के समय जो काम नक्सल क्षेत्रों में रुका हुआ था, उसे शुरू कर दिया गया है, सभी सुविधाएं लोगों को क्षेत्र में मिलनी लगी है.
'लिंग मतभेद को भी बदलना होगा'
किसानों को लेकर उन्होंने कहा कि किसानों को मजबूत करना हमारा उद्देश्य है ताकि आने वाले समय में उन्हें कर्ज न लेना पड़े. वहीं रोजगार के संबंध में उन्होंने कहा कि रोजगार के सृजन को बढ़ावा देना भी सरकार की मंशा है. साथ ही महिलाओं के संबंध में उन्होंने कहा कि उन्हें आर्थिक और सुरक्षा की दृष्टि से उनको संबल बनाना होगा और लिंग मतभेद को भी बदलना होगा.
राइट टू हेल्थ एक्ट लागू करने के लिए पहल शुरू
शराबबंदी को लेकर उन्होंने कहा कि शराबबंदी शत-प्रतिशत होना चाहिए, हम इसके लिए पीछे नहीं हट रहे हैं. इस साल 50 दुकानें भी कम हुई हैं. आयुष्मान योजना के बारे में उनका कहना है कि आयुष्मान योजना जब तक चलती रहेगी तब तक सरकार मरीजों को स्वास्थ्य सुविधा नहीं दे पाएगी. इस कारण राइट टू हेल्थ एक्ट लागू करने के लिए पहल शुरू की जा चुकी है.
डीकेएस में हुए खर्च में बताया अंतर
पुनीत गुप्ता और डीकेएस के मामले पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पुनीत गुप्ता अपने पद पर रहते हुए 60 करोड़ रुपए की खरीदी के बजाय 120 करोड़ रुपए की सामान खरीदा गया. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा की डीकेएस की आमदनी महीने में डेढ़ करोड़ रुपया है, लेकिन पिछली सरकार के रहते हुए हर महीने 4 करोड़ रुपए खर्च हो रहे थे, जो अब कांग्रेस सरकार में 2 करोड़ हो गए हैं.