ETV Bharat / state

अपनी मांगों को लेकर पदयात्रा पर निकले आदिवासी समाज के लोग

वन संरक्षण और वन अधिनियम कानून में बदलाव को लेकर आदिवासी पदयात्रा पर निकले हैं. आदिवासी रायपुर तक पदयात्रा कर मुख्यमंत्री और राज्यपाल को अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपेंगे.

वन संरक्षण के लिए आदिवासियों ने निकाली पदयात्रा
author img

By

Published : Nov 18, 2019, 3:14 PM IST

Updated : Nov 18, 2019, 3:30 PM IST

रायपुर: आदिवासी समाज के लोग वन स्वराज के लिए मानपुर से रायपुर तक पद यात्रा निकाल रहे हैं. आदिवासी परंपरागत वन निवासियों के लिए वन अधिनियम कानून में बदलाव के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. आदिवासी समाज के लोग वन संरक्षण को लेकर रायपुर में मुख्यमंत्री और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे.

आदिवासियों ने निकाली पदयात्रा

वनवासियों का कहना है कि उनका जीवन जंगल पर ही निर्भर है, ऐसे में सरकार के नये फैसले से उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इससे उनकी सदियों से चले आ रही परंपरा भी खतरे में है.

वनाधिकार संघर्ष समिति के अध्यक्ष के मुताबिक केंद्र और राज्य सरकार द्वारा बनाये जा रहे नीतियों से आदिवासियों और जंगल में जीवन यापन करने वाले जंगलवासियों का अस्तित्व खतरे में आ जाएगा.

रायपुर: आदिवासी समाज के लोग वन स्वराज के लिए मानपुर से रायपुर तक पद यात्रा निकाल रहे हैं. आदिवासी परंपरागत वन निवासियों के लिए वन अधिनियम कानून में बदलाव के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. आदिवासी समाज के लोग वन संरक्षण को लेकर रायपुर में मुख्यमंत्री और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे.

आदिवासियों ने निकाली पदयात्रा

वनवासियों का कहना है कि उनका जीवन जंगल पर ही निर्भर है, ऐसे में सरकार के नये फैसले से उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इससे उनकी सदियों से चले आ रही परंपरा भी खतरे में है.

वनाधिकार संघर्ष समिति के अध्यक्ष के मुताबिक केंद्र और राज्य सरकार द्वारा बनाये जा रहे नीतियों से आदिवासियों और जंगल में जीवन यापन करने वाले जंगलवासियों का अस्तित्व खतरे में आ जाएगा.

Intro:रायपुर _ आदिवासी व जंगलवासियो द्वारा वन स्वराज के नाम से मानपुर से रायपुर तक पद यात्रा निकाल कर केंद्र एवं राज्य सरकार की आदिवासी और अन्य परम्परागत वन निवासियों के खिलाफ बनाई जा रही जन विरोधी नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने बड़ी संख्या में राजधानी पहुच राज्य पाल से मुलाकात कर अपनी समस्या से अवगत करा कर मदद की गुहार लगाएंगे एवं ज्ञापन देंगे
वन वासियों एवं आदिवासीयो का जीवन जंगल पर हीनिर्भर है सरकार की नीतियों से काफी डरे हुए है क्योंकि इस नीति से उनके सदियों से चले आ रही परम्पराओ को भी खतरा हैBody:वनाधिकार संघर्ष समिति के अध्यक्ष के कहे अनुसार केंद्र व राज्य सरकार द्वारा बनाये जा रहे नीतियों से आदिवासीयो व जंगल मे जीवन यापन करने वाले जंगल वासीयो के परम्परागत हक खतरे में आ जायेंगे
बा ईट =
1) अध्यक्ष(वनाधिकार संघर्ष समिति)Conclusion:
Last Updated : Nov 18, 2019, 3:30 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.