रायपुर : लॉकडाउन के कारण बस सेवा कई महीनों से बंद है. इससे बस कर्मचारियों को रोजी रोटी के लाले पड़ने लगे हैं. इसे देखते हुए अनलॉक में कई बस सेवाओं को शुरू करने की परमिशन दी गई, बावजूद इसके यात्री की संख्या नहीं होने के कारण बस सेवा बाधित रही. इसे देखते हुए परिवहन विभाग से मिलने वाला बस भाड़ा से बस मालिकों को राहत मिलने की उम्मीद है साथ ही नुकसान कि कुछ हद तक भरपाई हो पाएगी.
कोरोना संक्रमण के कारण सभी वर्गों का हाल बेहाल है. लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक छोड़ने के लिए शासन के निर्देश पर बस संचालकों ने अपनी बसें लगाई थीं, उन बस संचालकों को राज्य सरकार के निर्देश पर परिवहन विभाग बसों का भाड़ा चुकाएगा. परिवहन विभाग से मिलने वाला बस भाड़ा से बस मालिकों को राहत की उम्मीद है. साथ ही नुकसान की भी कुछ हद तक भरपाई हो पाएगी.
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बस संचालकों को उनकी बसें लौटाई गईं
बता दें कि दूसरे राज्यों से आने वाले मजदूरों की परेशानी को देखते हुए राज्य सरकार ने सुकमा, रायपुर सहित बिलासपुर में बस का इंतजाम किया था. बस में स्थानीय मजदूरों के साथ दूसरे राज्य के मजदूरों को उनके राज्य के बॉर्डर तक छोड़ने की व्यवस्था की गई थी. मई में मजदूर के आने का सिलसिला थमने के बाद बस संचालकों को उनकी बसे लौटाई गई.
लॉग बुक जमा करने के निर्देश
दूसरे राज्यों से आने वाले मजदूरों को उनके घर तक छोड़ने के लिए दो हजार से ज्यादा बसों का इंतजाम किया गया था. इनमें से सर्वाधिक बसे रायपुर स्थित टाटीबंध में लगाई गई थी. रायपुर में लगभग 800 बसों का इंतजाम किया गया था, जो टाटीबंध के साथ बांघनदी में लगाई गई थी. शासन के निर्देश पर सभी जिलों में जहां मजदूरों को उनके घर तक छोड़ने की व्यवस्था की गई थी, उन जिलों के बस ऑपरेटर को सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद भुगतान किया जाएगा. इसके लिए बस ऑपरेटरों को 1 सप्ताह के भीतर लॉग बुक जमा करने के निर्देश दिए गए हैं.