रायपुर: इंजीनियरिंग कॉलेजों में शिक्षक बनना पहले की तुलना से अब ज्यादा मुश्किल हो गया है क्योंकि शिक्षक बनने से पहले शिक्षकों को 6 महीने की ट्रेनिंग लेनी होगी. इसके बाद ऑनलाइन टेस्ट भी होगा.
बताया जा रहा है कि यह ट्रेनिंग 8 माड्यूल्स पर आधारित होगी. इसके साथ ही ऑनलाइन टेस्ट में, जो भी अभ्यर्थी पास होगा,वह इंजीनियरिंग कॉलेज में अपनी सेवा देगा.
बता दें कि यह फैसला इंजीनियरिंग कॉलेज की घटती गुणवत्ता के कारण लिया गया है.