रायपुर: राजधानी में 9 ब्लैक स्पॉट (अत्यधिक दुर्घटना जन्य क्षेत्र) पर सड़कों में दुर्घटना के रोकथाम के लिए यातायात पुलिस के अधिकारियों की अलग-अलग टीम गठित कर चालानी कार्रवाई की गई.
नेशनल हाईवे 53 में टाटीबंध चौक से सरोना ओवर ब्रिज, पिंटू ढाबा से सेरीखेड़ी ओवर ब्रिज, जिंदल इस्पात तिराहा से रिंग रोड नंबर 3 जंक्शन, मंदिर हसौद चौक, महानदी पुल पारागांव, नेशनल हाईवे-30 में भनपुरी तिराहा से भनपुरी यातायात थाना तक, मेटल पार्क से धनेली नाला, गडरिया नाला बेमता और अन्य मार्ग में दैनिक भास्कर प्रेस से सिंघानिया चौक उरला, उपरोक्त सभी 09 ब्लैक स्पॉट है.
इन सड़कों में दुर्घटना के रोकथाम के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात एमआर मंडावी और उप पुलिस अधीक्षक यातायात सतीश ठाकुर ने यातायात पुलिस के अधिकारियों की अलग-अलग टीम गठित की. जिसके बाद सभी जगहों पर अभियान चलाकर चलानी कार्रवाई की गई.
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बीते एक सप्ताह से अभियान चलाकर दोपहिया में बिना हेलमेट, चार पहिया में बिना सीट बेल्ट और ओवर स्पीड चलने वाले 3 हजार से ज्यादा वाहन चालकों के खिलाफ चालानी कार्रवाई की गई. जिसका नतीजा यह रहा कि एक सप्ताह में उपरोक्त ब्लैक स्पॉट पर कोई भी गंभीर सड़क दुर्घटना घटित नहीं हुई. लापरवाही पूर्वक मोबाइल से बात करते हुए, रेड सिगनल जंप और ओवर स्पीड वाहन चलाने वाले 150 वाहन चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन के लिए परिवहन कार्यालय भेजा गया है.
टाटीबंध चौक पर सबसे ज्यादा हादसे
शहर के अंदर और बाहर जहां पर सबसे ज्यादा सड़क हादसे हुए हैं, ऐसे 9 जगहों की पहचान की गई. इन जगहों पर हर साल 30 से ज्यादा सड़क हादसे हो रहे हैं. बीते 3 सालों में 100 से ज्यादा हादसों में 79 लोगों की मौत हो चुकी है. जिसमें सबसे ज्यादा मौतें टाटीबंध चौक पर हुई है. टाटीबंध चौक में सड़क दुर्घटना में 15 लोगों की मौत हुई है. इसके बाद धनेली नाला से मेटल पार्क टर्निंग में हुई सड़क दुर्घटना में 12 लोगों की मृत्यु हुई है. इसमें कई तो इतने गंभीर हादसे थे की लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया.
यातायात पुलिस रायपुर ने आम नागरिकों से अपील की है कि दो पहिया वाहन चलाने के दौरान हेलमेट और चार पहिया वाहन चालन के दौरान सीट बेल्ट धारण करें. यातायात पुलिस ने कहा कि सभी ट्रैफिक नियमों का पालन करना अनिवार्य किया जाए.