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दिवाली पर व्यापारी बदलते हैं अपने बही-खाते, वर्षों से चली आ रही है ये परंपरा - कारोबारी

दिवाली के दिन सारे व्यापारी अपने बही खाते बदलते हैं. व्यापारी खाते की पूजा करने के बाद उसे बदलकर नया बही-खाता इस्तेमाल करते हैं.

दिवाली पर व्यापारी बदलते हैं अपने बही-खाते
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Published : Oct 27, 2019, 5:27 PM IST

Updated : Oct 27, 2019, 6:32 PM IST

रायपुर: दिवाली के दिन कई तरह की पूजा अर्चना की जाती है. इस दिन गणेश-लक्ष्मी की पूजा के अलावा बही खाता पूजन भी किया जाता है. बही खाता पूजन खासकर व्यापारी, दुकानदार और कारोबारी करते हैं. दीपावली का दिन बही खातों के लिए भी शुभ मुहूर्त होता है. बही खातों की पूजा के लिए बही खातों पर केसर युक्त चंदन या फिर लाल कुमकुम से स्वास्तिक चिन्ह बनाया जाता है.

दिवाली पर व्यापारी बदलते हैं अपने बही-खाते

कारोबारियों का कहना है कि दीपावली के समय बही खाता बदलने की परंपरा काफी पुरानी है. यह सदियों से चलती आ रही है. इसलिए सभी कारोबारी अभी भी दीपावली के दिन अपने बही खाते की पूजा कर उसे बदलते हैं.

'बारिश से कारोबार में थोड़ फर्क पड़ा'
कारोबारियों ने बताया कि मंदी और बारिश के बाद भी कारोबार में थोड़ा बहुत अंतर तो आया है. पर लोगों का उत्साह देख वह काफी खुश हैं. कारोबारियों को उम्मीद है की बारिश और मंदी से उनके कारोबार पर जो असर पड़ा था वह अब हट जाएगा.

रायपुर: दिवाली के दिन कई तरह की पूजा अर्चना की जाती है. इस दिन गणेश-लक्ष्मी की पूजा के अलावा बही खाता पूजन भी किया जाता है. बही खाता पूजन खासकर व्यापारी, दुकानदार और कारोबारी करते हैं. दीपावली का दिन बही खातों के लिए भी शुभ मुहूर्त होता है. बही खातों की पूजा के लिए बही खातों पर केसर युक्त चंदन या फिर लाल कुमकुम से स्वास्तिक चिन्ह बनाया जाता है.

दिवाली पर व्यापारी बदलते हैं अपने बही-खाते

कारोबारियों का कहना है कि दीपावली के समय बही खाता बदलने की परंपरा काफी पुरानी है. यह सदियों से चलती आ रही है. इसलिए सभी कारोबारी अभी भी दीपावली के दिन अपने बही खाते की पूजा कर उसे बदलते हैं.

'बारिश से कारोबार में थोड़ फर्क पड़ा'
कारोबारियों ने बताया कि मंदी और बारिश के बाद भी कारोबार में थोड़ा बहुत अंतर तो आया है. पर लोगों का उत्साह देख वह काफी खुश हैं. कारोबारियों को उम्मीद है की बारिश और मंदी से उनके कारोबार पर जो असर पड़ा था वह अब हट जाएगा.

Intro:दिवाली के दिन कई तरह की पूजा अर्चना की जाती है. इस दिन गणेश लक्ष्मी की पूजा के अलावा बही खाता पूजन भी किया जाता है. बही खाता पूजन खासकर व्यापारी, दुकानदार और कारोबारी करते हैं. दीपावली का दिन बही खातों के लिए भी शुभ मुहूर्त होता है. इस दिन बही खाता बदलने के खास दिन है. बही खातों का पूजन करने के लिए पूजा मुहूर्त समय के दौरान नए बही खाता पुस्तकों पर केसर युक्त चंदन या फिर लाल कुमकुम से स्वास्तिक चिन्ह बनाया जाता है.

Body:कारोबारियों का कहना है कि दीपावली के समय बही खाता बदलने की परंपरा काफी पुरानी है और यह सदियों से चलती आ रही है इसलिए सभी कारोबारी अभी भी दीपावली के समय अपने बही खाते की पूजा कर उसे बदलते हैं।
सरकार द्वारा फाइनेंशियल ईयर 1 अप्रैल से 31 मार्च तक घोषित किया गया है उसके बावजूद कारोबारी दिवाली के समय ही अपने खाते को बदलना शुभ मानते हैं।
Conclusion:कारोबारियों ने बताया कि मंदी और बारिश के बाद भी कारोबार में थोड़ा बहुत अंतर तो आया है पर लोगों का उत्साह देख वह काफी खुश हैं और कारोबारियों को उम्मीद है की बारिश और मंदी से उनके कारोबार पर जो असर पड़ा था वह अब छठ जाएगा और उन्हें धनतेरस , दीपावली और छठ के पर्व में मुनाफा होने की पूरी उम्मीद जताई है।

बाइट :- अशोक गुप्ता (कपड़ा कारोबारी ब्लू शर्ट)
बाइट :- दिनेश मित्तल (कपड़ा कारोबारी चेक शर्ट)

अभिषेक कुमार सिंह ईटीवी भारत रायपुर
Last Updated : Oct 27, 2019, 6:32 PM IST
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