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'कोरोना से ध्यान हटाने के लिए केंद्र सरकार ने ईजाद किया Toolkit, जांच में सच्चाई पता चलेगी'

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Published : May 25, 2021, 1:31 PM IST

Updated : May 25, 2021, 3:38 PM IST

छत्तीसगढ़ में टूलकिट (Toolkit) पर राजनीति तेज हो गई है. पूर्व सीएम रमन सिंह के ट्वीट पर सीएम भूपेश बघेल ने निशाना साधते हुए कहा कि 'सांच को आंच' नहीं. सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार कोरोना से निपटने में नाकाम रही इसलिए टूलकिट को ईजाद किया. उन्होंने सरकार पर ट्विटर को धमकाने का आरोप लगाया.

chhattisgarh toolkit case
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

रायपुर: छत्तीसगढ़ में कथित टूलकिट (Toolkit) मामले में सियासत बढ़ती जा रही है. प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि 'देश के लोगों का ध्यान कोरोना संक्रमण और व्यवस्थाओं से हटाने के लिए ये टूलकिट ईजाद किया गया. एनएसयूआई ने एफआईआर दर्ज कराई है. छत्तीसगढ़ पुलिस जांच कर रही है. तथ्य सामने आएगा'.

सीएम ने कहा कि 'जब-जब बड़ी घटना घटित होती है. सरकार के पास सवालों का जवाब नहीं होता, तब इस प्रकार का नया विषय ले आते हैं. जिससे लोगों का ध्यान हटे. भारत सरकार कोरोना संक्रमण पर रोक नहीं लगा पा रही है. नदियों के किनारे लाशों से पटे हैं. लोगों का अंतिम संस्कार भी सम्मानजनक तरीके से नहीं हो पा रहा है'.

'कोरोना से ध्यान हटाने के लिए केंद्र सरकार ने ईजाद किया Toolkit

ट्विटर को धमकाने के लिए पहुंची टीम: बघेल

टूलकिट मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल सोमवार को ट्विटर के दिल्ली और गुरुग्राम स्थित दफ्तर में छानबीन के लिए पहुंची थी. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि 'ट्विटर को धमकाने के लिए केंद्र सरकार ने टीम भेजी थी. इससे स्पष्ट होता है कि केंद्र सरकार में बैठ लोग किस स्तर पर जा रहे हैं'. पहले दिल्ली पुलिस ने ट्विटर को नोटिस देकर कुछ जानकारी मांगी थी. इस जानकारी के संबंध में ही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल शनिवार को ट्विटर के दोनों दफ्तर में जानकारी लेने पहुंची थी.

ट्विटर पर भी साधा निधाना

इससे पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर पूर्व सीएम रमन सिंह पर निशाना साधा था. सीएम बघेल ने ट्वीट किया कि 'Twitter ने डॉक्टर रमन सिंह के कथित टूलकिट को भी manipulated media बता दिया है. सांच को आंच नहीं! हजार बार झूठ बोलने से झूठ सच हो जाता है ऐसी संघ दीक्षा अब काम न आएगी'. पूर्व सीएम रमन सिंह ने कथित टूलकिट ट्वीट करते हुए लिखा था कि 'कोरोना संकट के वक्त कांग्रेस विलो द बेल्ट राजनीति कर रही है'.

सीएम भूपेश बघेल का ट्वीट-

  • Twitter ने डॉ रमन सिंह के कथित टूलकिट को भी manipulated media बता दिया है।

    साँच को आँच नहीं!

    हजार बार झूठ बोलने से झूठ सच हो जाता है ऐसी संघ दीक्षा अब काम न आएगी। pic.twitter.com/obguuKEi5P

    — Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) May 25, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

छत्तीसगढ़ में जारी है ट्विटर पर राजनीति

टूलकिट मामले में पूछताछ करने सोमवार को सिविल लाइन थाना पुलिस पूर्व CM रमन सिंह के बंगले VIP रोड स्थित मौलश्री विहार पर पहुंची. CSP नसर सिद्दकी,TI आरके मिश्रा और SI मनीष वाजपेयी ने पूर्व सीएम से पूछताछ की. रमन सिंह ने टूलकिट मामले में अपना लिखित बयान पुलिस को दे दिया है. बंगले पर रमन सिंह समेत बड़ी संख्या में नेता कार्यकर्ता मौजूद रहे. तेलीबांधा और मौदहापारा थाना के TI भी पूछताछ टीम में शामिल रहे. इससे पहले रमन सिंह पार्टी नेताओं के साथ गिरफ्तारी देने खुद सिविल लाइन थाना पहुंचे. रमन सिंह ने अपना जवाब चार बिंदुओं में पुलिस को लिखित में दिया है.

कोर्ट जाएंगे: रमन सिंह

पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि19 मई को FIR दर्ज कराई गई. इसमें बीजेपो को बदनाम करने की साजिश रची गई. शाम को 4 बजकर 5 मिनट पर शिकायत मिली, 4 बजकर 6 मिनट पर अपराध दर्ज कर दिया गया. 1 मिनट में संबित पात्रा और बीजेपी नेताओं के खिलाफ अपराध करा दिया गया. रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने केस डायरी को 5 मिनट के अंदर कांग्रेस ट्वीटर हैंडल में डाल देती है. यानी इसका संचालन सिविल लाइन थाने से नहीं बल्कि कांग्रेस के कार्यालय से हो रहा है. पूर्व सीएम रमन सिंह ने नोटिस के जवाब में कहा कि एक्सेस की जानकारी मांगना संवैधानिक अधिकार का उल्लंघन है जिसे मैंने नहीं दिया. FIR में लगाई गई धाराएं हास्यास्पद हैं. हम न्यायालय में जाएंगे और अपनी बात को मजबूती से रखेंगे.

52 अलग-अलग थाने में दर्ज हुई एफआईआर

छत्तीसगढ़ में टूलकिट मामले को लेकर छत्तीसगढ़ की सियासत गरमाई हुई है. NSUI ने इस मामले में पूर्व सीएम रमन सिंह, जेपी नड्डा, स्मृति ईरानी,संबित पात्रा समेत तमाम नेताओं के खिलाफ प्रदेश के 52 अलग-अलग थानों में FIR दर्ज कराई है. वहीं बीजेपी ने शुक्रवार को घर के सामने विरोध प्रदर्शन किया. शनिवार को जेल भरो आंदोलन हुआ.

ट्रेंड हुए थे हैशटैग-

छत्तीसगढ़ भाजपा ने एफआईआर दर्ज कराने को गलत करार देते हुए कई हैशटैग सोशल मीडिया पर शेयर किए. #भूपेश_हमें_भी_करो_गिरफ्तार, #भूपेश_मुझे_भी_गिरफ्तार_करो जैसे हैशटैग सोशल मीडिया पर ट्रेंड कराया गया.

छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने अपने ट्विटर एकाउंट पर 'संबित जेल जाएगा' लिखा हुआ पोस्ट पिन करके रखा है. #भाजपा_से_सवाल_पूछते_रहना जैसे हैशटैग के माध्यम से कई हमले भाजपा नेताओं पर किए गए हैं. कई हैशटैग से रमन सिंह पर तीखा हमला किया गया है.

क्या होता है टूलकिट?

टूलकिट एक डिजिटल दस्तावेज होता है. इसे सोशल मीडिया के जरिए शेयर किया जाता है. टूलकिट आमतौर पर किसी मुद्दे को लेकर तैयार किया जाता है. उस मुद्दे पर तैयारियों और आगे का रोडमैप का उल्लेख किया जाता है. टूलकिट में संबंधित मामले से जुड़ा हर अपडेट डाला जाता है.उस मुद्दे से जुड़े अदालती याचिकाओं, प्रदर्शनकारियों की जानकारी, इसे जन आंदोलन बनाने की कोशिश से जुड़ी तमाम सामग्री सूचनाओं के तौर पर उपलब्ध करवाई जाती है. इसमें एक्शन प्वाइंट दिया होता है और उसी के मुताबिक तैयारी की जाती है. सोशल मीडिया पर हैशटैग भी चलाया जाता है.

सीधे शब्दों में कहें तो एक तरह का नोट या डॉक्यूमेंट होता है, जिसमें किसी मामले को लेकर कई जानकारी लिखी होती है. इस डॉक्यूमेंट को इंटरनेट के माध्यम से एक-दूसरे को भेजा जाता है या सोशल मीडिया पर किसी चीज का प्रचार किया जाता है. इसका इस्तेमाल अक्सर आंदोलन या प्रदर्शन में ज्यादातर होता है. इसमें जानकारी दी जाती है कि भीड़ को कहां इकट्ठा होना है, कौन से नारे लगाने हैं और सोशल मीडिया पर किस हैशटैग के साथ अपनी बात रखनी है और किस तरह से आंदोलन को आगे लेकर जाना है. इस तरह देश के साथ छत्तीसगढ़ में फिलहाल टूलकिट मामला चर्चा का विषय बना हुआ है.

रायपुर: छत्तीसगढ़ में कथित टूलकिट (Toolkit) मामले में सियासत बढ़ती जा रही है. प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि 'देश के लोगों का ध्यान कोरोना संक्रमण और व्यवस्थाओं से हटाने के लिए ये टूलकिट ईजाद किया गया. एनएसयूआई ने एफआईआर दर्ज कराई है. छत्तीसगढ़ पुलिस जांच कर रही है. तथ्य सामने आएगा'.

सीएम ने कहा कि 'जब-जब बड़ी घटना घटित होती है. सरकार के पास सवालों का जवाब नहीं होता, तब इस प्रकार का नया विषय ले आते हैं. जिससे लोगों का ध्यान हटे. भारत सरकार कोरोना संक्रमण पर रोक नहीं लगा पा रही है. नदियों के किनारे लाशों से पटे हैं. लोगों का अंतिम संस्कार भी सम्मानजनक तरीके से नहीं हो पा रहा है'.

'कोरोना से ध्यान हटाने के लिए केंद्र सरकार ने ईजाद किया Toolkit

ट्विटर को धमकाने के लिए पहुंची टीम: बघेल

टूलकिट मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल सोमवार को ट्विटर के दिल्ली और गुरुग्राम स्थित दफ्तर में छानबीन के लिए पहुंची थी. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि 'ट्विटर को धमकाने के लिए केंद्र सरकार ने टीम भेजी थी. इससे स्पष्ट होता है कि केंद्र सरकार में बैठ लोग किस स्तर पर जा रहे हैं'. पहले दिल्ली पुलिस ने ट्विटर को नोटिस देकर कुछ जानकारी मांगी थी. इस जानकारी के संबंध में ही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल शनिवार को ट्विटर के दोनों दफ्तर में जानकारी लेने पहुंची थी.

ट्विटर पर भी साधा निधाना

इससे पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर पूर्व सीएम रमन सिंह पर निशाना साधा था. सीएम बघेल ने ट्वीट किया कि 'Twitter ने डॉक्टर रमन सिंह के कथित टूलकिट को भी manipulated media बता दिया है. सांच को आंच नहीं! हजार बार झूठ बोलने से झूठ सच हो जाता है ऐसी संघ दीक्षा अब काम न आएगी'. पूर्व सीएम रमन सिंह ने कथित टूलकिट ट्वीट करते हुए लिखा था कि 'कोरोना संकट के वक्त कांग्रेस विलो द बेल्ट राजनीति कर रही है'.

सीएम भूपेश बघेल का ट्वीट-

  • Twitter ने डॉ रमन सिंह के कथित टूलकिट को भी manipulated media बता दिया है।

    साँच को आँच नहीं!

    हजार बार झूठ बोलने से झूठ सच हो जाता है ऐसी संघ दीक्षा अब काम न आएगी। pic.twitter.com/obguuKEi5P

    — Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) May 25, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

छत्तीसगढ़ में जारी है ट्विटर पर राजनीति

टूलकिट मामले में पूछताछ करने सोमवार को सिविल लाइन थाना पुलिस पूर्व CM रमन सिंह के बंगले VIP रोड स्थित मौलश्री विहार पर पहुंची. CSP नसर सिद्दकी,TI आरके मिश्रा और SI मनीष वाजपेयी ने पूर्व सीएम से पूछताछ की. रमन सिंह ने टूलकिट मामले में अपना लिखित बयान पुलिस को दे दिया है. बंगले पर रमन सिंह समेत बड़ी संख्या में नेता कार्यकर्ता मौजूद रहे. तेलीबांधा और मौदहापारा थाना के TI भी पूछताछ टीम में शामिल रहे. इससे पहले रमन सिंह पार्टी नेताओं के साथ गिरफ्तारी देने खुद सिविल लाइन थाना पहुंचे. रमन सिंह ने अपना जवाब चार बिंदुओं में पुलिस को लिखित में दिया है.

कोर्ट जाएंगे: रमन सिंह

पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि19 मई को FIR दर्ज कराई गई. इसमें बीजेपो को बदनाम करने की साजिश रची गई. शाम को 4 बजकर 5 मिनट पर शिकायत मिली, 4 बजकर 6 मिनट पर अपराध दर्ज कर दिया गया. 1 मिनट में संबित पात्रा और बीजेपी नेताओं के खिलाफ अपराध करा दिया गया. रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने केस डायरी को 5 मिनट के अंदर कांग्रेस ट्वीटर हैंडल में डाल देती है. यानी इसका संचालन सिविल लाइन थाने से नहीं बल्कि कांग्रेस के कार्यालय से हो रहा है. पूर्व सीएम रमन सिंह ने नोटिस के जवाब में कहा कि एक्सेस की जानकारी मांगना संवैधानिक अधिकार का उल्लंघन है जिसे मैंने नहीं दिया. FIR में लगाई गई धाराएं हास्यास्पद हैं. हम न्यायालय में जाएंगे और अपनी बात को मजबूती से रखेंगे.

52 अलग-अलग थाने में दर्ज हुई एफआईआर

छत्तीसगढ़ में टूलकिट मामले को लेकर छत्तीसगढ़ की सियासत गरमाई हुई है. NSUI ने इस मामले में पूर्व सीएम रमन सिंह, जेपी नड्डा, स्मृति ईरानी,संबित पात्रा समेत तमाम नेताओं के खिलाफ प्रदेश के 52 अलग-अलग थानों में FIR दर्ज कराई है. वहीं बीजेपी ने शुक्रवार को घर के सामने विरोध प्रदर्शन किया. शनिवार को जेल भरो आंदोलन हुआ.

ट्रेंड हुए थे हैशटैग-

छत्तीसगढ़ भाजपा ने एफआईआर दर्ज कराने को गलत करार देते हुए कई हैशटैग सोशल मीडिया पर शेयर किए. #भूपेश_हमें_भी_करो_गिरफ्तार, #भूपेश_मुझे_भी_गिरफ्तार_करो जैसे हैशटैग सोशल मीडिया पर ट्रेंड कराया गया.

छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने अपने ट्विटर एकाउंट पर 'संबित जेल जाएगा' लिखा हुआ पोस्ट पिन करके रखा है. #भाजपा_से_सवाल_पूछते_रहना जैसे हैशटैग के माध्यम से कई हमले भाजपा नेताओं पर किए गए हैं. कई हैशटैग से रमन सिंह पर तीखा हमला किया गया है.

क्या होता है टूलकिट?

टूलकिट एक डिजिटल दस्तावेज होता है. इसे सोशल मीडिया के जरिए शेयर किया जाता है. टूलकिट आमतौर पर किसी मुद्दे को लेकर तैयार किया जाता है. उस मुद्दे पर तैयारियों और आगे का रोडमैप का उल्लेख किया जाता है. टूलकिट में संबंधित मामले से जुड़ा हर अपडेट डाला जाता है.उस मुद्दे से जुड़े अदालती याचिकाओं, प्रदर्शनकारियों की जानकारी, इसे जन आंदोलन बनाने की कोशिश से जुड़ी तमाम सामग्री सूचनाओं के तौर पर उपलब्ध करवाई जाती है. इसमें एक्शन प्वाइंट दिया होता है और उसी के मुताबिक तैयारी की जाती है. सोशल मीडिया पर हैशटैग भी चलाया जाता है.

सीधे शब्दों में कहें तो एक तरह का नोट या डॉक्यूमेंट होता है, जिसमें किसी मामले को लेकर कई जानकारी लिखी होती है. इस डॉक्यूमेंट को इंटरनेट के माध्यम से एक-दूसरे को भेजा जाता है या सोशल मीडिया पर किसी चीज का प्रचार किया जाता है. इसका इस्तेमाल अक्सर आंदोलन या प्रदर्शन में ज्यादातर होता है. इसमें जानकारी दी जाती है कि भीड़ को कहां इकट्ठा होना है, कौन से नारे लगाने हैं और सोशल मीडिया पर किस हैशटैग के साथ अपनी बात रखनी है और किस तरह से आंदोलन को आगे लेकर जाना है. इस तरह देश के साथ छत्तीसगढ़ में फिलहाल टूलकिट मामला चर्चा का विषय बना हुआ है.

Last Updated : May 25, 2021, 3:38 PM IST
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