रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कड़े निर्देशों के बाद भी रायपुर पुलिस नशा कारोबार पर लगाम नहीं लगा पा (raipur police drug trade)रही है. पुलिसिया कार्रवाई के बावजूद आरोपी जल्द ही कोर्ट से रिहा होकर फिर से अवैध नशे के कारोबार में लिप्त हो रहे हैं. ऐसे में रायपुर पुलिस की ओर से एनडीपीएस अधिनियम कार्रवाई और विवेचना विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया. इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य नशे के सौदागरों के खिलाफ की जाने वाली एनडीपीएस एक्ट की कार्रवाई में बारीकियों को जानना है.साथ ही अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना है.
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बता दें कि यह सेमिनार सोमवार को सिविल लाइन स्थित वृंदावन हाल में आयोजित हुआ. सेमिनार में एनडीपीएस स्पेशल जज अतुल श्रीवास्तव और रिटायर्ड उपसंचालक अभियोजन जीपी मालवीय समेत एसएसपी प्रशांत अग्रवाल मुख्य रूप से उपस्थित थे.
गलतियों के साथ कमियां दूर करने के दिए टिप्स: सेमिनार में पहुंचे विशेषज्ञों ने थानों में विवेचक द्वारा की जाने वाली गलतियों और कमियों को बताया है. साथ ही उनकी बारीकी से जांच करने व टाइम का विशेष ध्यान रखने की हिदायत भी दी गई है. विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि नशे के सौदागरों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए. इस मौके पर रायपुर ग्रामीण एडिशनल एसपी ने कीर्तन राठौर को बताया कि एसएसपी रायपुर के मार्गदर्शन में सेमिनार का आयोजन किया गया.
चूंकि एनडीपीएस एक्ट की कार्रवाई के दौरान विविचकों की गलतियां और खामियां न्यायालय में सामने आती है. उन खामियों को दूर करने के लिए और इस संबंध में विशेष जानकारी देने के लिए यह सेमिनार किया गया है. क्योंकि एनडीपीएस के मामले केवल व्यक्तिगत ही नहीं बल्कि पूरे समाज के लिए हानिकारक होता है. ऐसे मामलों में आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई हो, इसी उद्देश्य से यह कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस सेमिनार में शहर के सभी थानों से सीएसपी थाना प्रभारी एसआई और एएसआई उपस्थित रहे.