रायपुर: कारोबारी प्रवीण सोमानी अपहरण केस में रायपुर पुलिस ने तीन आरोपियों को ओडिशा के गंजाम जिले से गिरफ्तार किया है. अब तक इस किडनैपिंग कांड में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि अब भी गिरोह के 5 और सदस्य पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं. जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है. आपको बता दें कि 8 जनवरी को सिलतरा के धरसीवां से प्रवीण सोमानी का अपहरण हुआ था. प्रवीण प्लांट से घर के लिए निकले थे तभी रास्ते में उनका अपहरण हो गया.
प्रवीण सोमानी के अपहरण के बाद से आरोपियों की पतासाजी के लिए पुलिस की 6 से अधिक टीमें लगी थी. कई राज्यों में दबिश दी जा रही थी, जिसके बाद 22 जनवरी को किडनैप प्रवीण सोमानी को राजधानी पुलिस ने उत्तर प्रदेश से बरामद किया. इसके साथ ही पुलिस ने अपहरण गैंग के दो सदस्यों अनिल चौधरी और मुन्ना नाहक को भी धर दबोचा.
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पुलिस लगातारआरोपियों के संबंध में जानकारी जुटा रही थी. इसी दौरान पुलिस की एक टीम को ओडिशा के गंजाम रवाना किया गया. पुलिस टीम ने आरोपियों के ओडिशा में छिपने के संभावित स्थानों में दबिश देकर तीन आरोपियों शिशिर, बाबू और तूफान को गिरफ्तार किया. पुलिस ने बताया की सभी शातिर अपराधी हैं.
आरोपियों से पूछताछ जारी
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि 'वे सभी गिरोह के सरगना पप्पू चौधरी के साथ रह चुके हैं. ये सभी गुजरात के सूरत में अलग-अलग मामलों में जेल भी जा चुके हैं. पप्पू चौधरी ने उन सब के साथ मिलकर अपहरण की योजना बनाई थी. नवंबर 2019 में पप्पू चौधरी ने उनके साथ ही मुन्ना नाहक से संपर्क किया था'. उन सभी लोगों से संपर्क कर अपहरण की योजना बनाने के पहले पप्पू चौधरी उनसे मिलने ओडिशा आया था. जिसके बाद मिलकर उन्होंने किडनैपिंग का प्लान बनाया.
पुलिस ने किए अहम खुलासे
तय समय के अनुसार वह सभी अलग-अलग माध्यमों से 3 जनवरी 2020 को घटना को अंजाम देने के लिए रायपुर पहुंचे थे. घटना के बाद सभी प्रवीण सोमानी को लेकर सीधे उत्तर प्रदेश रवाना हो गए. अपहृत से करोड़ों रुपए की फिरौती प्राप्त करने की योजना बनाई थी. फिरौती प्राप्त कर सभी आरोपियों के विदेश भागने का भी प्लान था.