रायपुर : सोने की ज्वेलरी में 24 कैरेट सोने को बेहद शुभ माना जाता (Before Buying Gold On Diwali ) है. आज के समय में 18 कैरेट से लेकर 22 कैरेट में बने आभूषणों का चलन बेहद ज्यादा है. धनतेरस (Dhanteras 2022 muhurt) के खास मौके पर ईटीवी भारत आपको यह बताने जा रहा है कि अलग-अलग कैरेट गोल्ड आभूषणों में क्या अंतर है. ईटीवी भारत की टीम रायपुर के सराफा बाजार स्थित सोने और चांदी की दुकान पहुंची और दुकान संचालक अंकित चोपड़ा से खास बातचीत की.
कैसे पहचाने 22 कैरेट सोना : सर्राफा व्यापारी अंकित चोपड़ा ने बताया कि ''आप दुकान में सोना खरीदने जा रहे हैं तो 22 कैरेट सोने की पहचान करने के लिए ज्वेलरी के पीछे 22 कैरेट की हॉल मार्किंग होगी. यह मार्किंग में आभूषण में ड्राइंग अल्केश एक पर होगी और मार्किंग में 916 लिखा होगा. 22 कैरेट आभूषण में 91.6 प्रतिशत सोने शुद्धता होती है.''
ऐसे पहचाने 20 कैरेट सोना : इसी तरह आभूषण में 20 कैरेट सोने की पहचान करने के लिए आभूषण के पीछे हॉल मार्किंग होती है. इसमें 833 लिखा होता है.20 कैरेट में 83.3 प्रतिशत सोने की शुद्धता होती है.
18 कैरेट सोने की पहचान : सर्राफा व्यापारी अंकित ने बताया कि ''सभी ज्वेलरी में आज के समय हॉल मार्किंग अनिवार्य हो गई है.ऐसे में 18 कैरेट ज्वैलरी में भी हॉल मार्किंग की जाती है. इसमें भी ज्वेलरी के पीछे ट्राएंगल्स पेपर मार्किंग होती है. जिसमें 750 लिखा होता है. 18 कैरेट ज्वेलरी में 75% सोने की शुद्धता होती है. वर्तमान में तीन कैटेगरी में ज्वेलरी बनाई जा रही है.''
24 कैरेट सोने होता है शुद्ध : सर्राफा व्यापारी अंकित ने बताया कि ''24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध होता है. 24 कैरेट से बने आभूषण 99.99 प्रतिशत सोने की शुद्धता होती है. हालांकि इसे ज्वेलरी बनाना आसान नहीं होता. क्योंकि शुद्धता के कारण इससे बनाए गए ज्वेलरी को जल्दी नुकसान पहुंचता है. 24 कैरेट में इमबॉस वाले टॉप्स और अंगूठी बनती है. ऐसे में 22 कैरेट और 20 कैरेट से 18 कैरेट से बनी ज्वेलरी में मजबूती होती है, वह लंबे समय तक चलती है.''
धनतेरस का 2 दिन का मुहूर्त : सर्राफा व्यापारी अंकित ने बताया कि ''इस बार 2 दिन धनतेरस का मुहूर्त है, पिछले 2 साल कोरोना होने के कारण लोगों ने ज्यादा खरीदारी नहीं की. लेकिन इस बार सर्राफा बाजार में अच्छी उम्मीद है. इस बार सोने और चांदी के दाम भी कम है.लोगों में उत्साह नजर आ रहा है. बाजारों में भी रौनक है.''
5 हजार करोड़ रुपए का व्यापार की उम्मीद : पिछले 40 सालों सोने और चांदी का व्यवसाय कर रहे सराफा व्यापारी मुकेश चोपड़ा ने बताया कि "इस साल सराफा बाजार में होलसेल और चिल्हर दोनों मिलाकर 5 हजार करोड़ रुपए का व्यापार होने की उम्मीद है. इस बार बेहद अच्छा व्यापार होने की उम्मीद है ,साल 2022 सर्राफा व्यापारी के लिए बहुत अच्छा होने वाला है. दिन-ब-दिन सराफा हमें व्यापार बढ़ते जा रहा है.
मुकेश चोपड़ा ने बताया कि समय के साथ ग्राहकों की भी चॉइस बढ़ते जा रही है. आज के समय में रायपुर में वर्ल्ड क्लास जेवलरी उपलब्ध है. ग्राहक को जैसे आभूषण चाहिए. यहां उपलब्ध रहता है.किसी को कही अन्य शहर जाने की जरूरत नही है. Diwali 2022