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छठ पूजा में इन 6 सामाग्रियों का है विशेष महत्व

छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है. इसके दूसरे दिन खरना पूजा की जाती है. छठ पूजा में आवश्यक पूजा सामाग्री जिसका उपयोग करने से छठी मैय्या प्रसन्न हो जाती है हम आपकों बता रहे हैं.

छठ पूजा
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Published : Nov 1, 2019, 6:43 PM IST

Updated : Nov 1, 2019, 11:46 PM IST

रायपुर : छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है तीन दिनों तक चलने वाले इस पर्व में महिलाएं सूर्यदेव की उपासना करती हैं. छठ के व्रत को सबसे कठिन व्रत भी कहा जाता है इसमें महिलाएं 36 घंटो तक निर्जला व्रत रखती है. छठ पर्व का पहला दिन नहाए- खाए कहलाता है, इसके बाद दूसरा दिन खरना का होता है इस दिन महिलाएं शाम के समय खीर खाती है. जिसके बाद से व्रत की शुरूआत होती है. व्रत के तीसरे दिन सूर्यदेव को अर्घ्य देने के बाद व्रत खोला जाता है.

छठ पूजा

इस पर्व की तैयारी महीनों पहले से ही शुरू हो जाती है. लोग छठी मैय्या को खुश करने के लिए पूजापाठ की सामाग्री इकट्ठा करने में जुट जाते हैं. नदियों तालाबों के घाट सजने लगते हैं. छठ पूजा के आते ही बाजारों में रौनक लग जाती है. छठ पूजा में 6 सामाग्रियों का विशेष महत्व होता है. क्या है सामाग्री जिससे छठी मैय्या प्रसन्न होती है और क्या है इन सामाग्रियों की विशेषता चलिए जानते है.

  • नारियल- छठ पूजा में नारियल का बड़ा महत्व है. श्रद्धालु मनोकामना पूर्ति के लिए नारियल चढ़ाने की मन्नत मांगते है, इसलिए कुछ लोगों के डाले में कई-कई नारियल होते हैं.
    These 6 materials have special importance in Chhath Puja
    नारियल
  • केला- केला भगवान विष्णु का प्रिय फल है. इसलिए मनोकामना पूर्ति के लिए केला चढ़ाया जाता है.
    These 6 materials have special importance in Chhath Puja
    केला
  • गन्ना- छठ पूजा के दिन शाम के समय आंगन में गन्ने का मंडप बनाकर उसके नीचे हाथी रखकर छठ मैय्या की पूजा की जाती है. कहते हैं इससे आनंद और समृद्धि मिलती है.
    These 6 materials have special importance in Chhath Puja
    गन्ना
  • डाभ नींबू- डाभ नींबू सामान्य नींबू से बड़े आकार का एक नींबू होता है. खाने में खट्टा-मीठा लगता है. इसका आवरण मोटा होता है, यही वजह है कि डाभ नींबू भी छठ मैय्या को बहुत प्रिय है.
    These 6 materials have special importance in Chhath Puja
    डाभ नींबू
  • सुपारी- किसी भी शुभ काम में सुपारी का प्रयोग अच्छा माना गया है. पान सुपारी लेकर ही पूजा का संकल्प तक किया जाता है. इसे देवी लक्ष्मी के प्रभाव में माना जाता है.
    These 6 materials have special importance in Chhath Puja
    सुपारी
  • जल सिंघारा- जल सिंघारा यह माता लक्ष्मी को प्रिय है. इसे रोगनाशक और शक्तिवर्धक माना जाता है.
    These 6 materials have special importance in Chhath Puja
    जल सिंघारा

रायपुर : छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है तीन दिनों तक चलने वाले इस पर्व में महिलाएं सूर्यदेव की उपासना करती हैं. छठ के व्रत को सबसे कठिन व्रत भी कहा जाता है इसमें महिलाएं 36 घंटो तक निर्जला व्रत रखती है. छठ पर्व का पहला दिन नहाए- खाए कहलाता है, इसके बाद दूसरा दिन खरना का होता है इस दिन महिलाएं शाम के समय खीर खाती है. जिसके बाद से व्रत की शुरूआत होती है. व्रत के तीसरे दिन सूर्यदेव को अर्घ्य देने के बाद व्रत खोला जाता है.

छठ पूजा

इस पर्व की तैयारी महीनों पहले से ही शुरू हो जाती है. लोग छठी मैय्या को खुश करने के लिए पूजापाठ की सामाग्री इकट्ठा करने में जुट जाते हैं. नदियों तालाबों के घाट सजने लगते हैं. छठ पूजा के आते ही बाजारों में रौनक लग जाती है. छठ पूजा में 6 सामाग्रियों का विशेष महत्व होता है. क्या है सामाग्री जिससे छठी मैय्या प्रसन्न होती है और क्या है इन सामाग्रियों की विशेषता चलिए जानते है.

  • नारियल- छठ पूजा में नारियल का बड़ा महत्व है. श्रद्धालु मनोकामना पूर्ति के लिए नारियल चढ़ाने की मन्नत मांगते है, इसलिए कुछ लोगों के डाले में कई-कई नारियल होते हैं.
    These 6 materials have special importance in Chhath Puja
    नारियल
  • केला- केला भगवान विष्णु का प्रिय फल है. इसलिए मनोकामना पूर्ति के लिए केला चढ़ाया जाता है.
    These 6 materials have special importance in Chhath Puja
    केला
  • गन्ना- छठ पूजा के दिन शाम के समय आंगन में गन्ने का मंडप बनाकर उसके नीचे हाथी रखकर छठ मैय्या की पूजा की जाती है. कहते हैं इससे आनंद और समृद्धि मिलती है.
    These 6 materials have special importance in Chhath Puja
    गन्ना
  • डाभ नींबू- डाभ नींबू सामान्य नींबू से बड़े आकार का एक नींबू होता है. खाने में खट्टा-मीठा लगता है. इसका आवरण मोटा होता है, यही वजह है कि डाभ नींबू भी छठ मैय्या को बहुत प्रिय है.
    These 6 materials have special importance in Chhath Puja
    डाभ नींबू
  • सुपारी- किसी भी शुभ काम में सुपारी का प्रयोग अच्छा माना गया है. पान सुपारी लेकर ही पूजा का संकल्प तक किया जाता है. इसे देवी लक्ष्मी के प्रभाव में माना जाता है.
    These 6 materials have special importance in Chhath Puja
    सुपारी
  • जल सिंघारा- जल सिंघारा यह माता लक्ष्मी को प्रिय है. इसे रोगनाशक और शक्तिवर्धक माना जाता है.
    These 6 materials have special importance in Chhath Puja
    जल सिंघारा

Intro:कल से छठ का पर्व शुरू हो चुका है जिसमें महिलाएं कल पहला दिन नहाए खाए के रूप में मना चुकी है आज महिलाएं खरना के रूप में मना रही हैं जिसमें वह शाम को रोटी वह खीर का सेवन करेंगे उसके बाद से वह उपवास रखेंगे जिससे वह छठ के आखिरी दिन सूर्य देव को अर्क देकर छठ का व्रत खोलेंगे । छठ महापर्व की तैयारी में श्रद्धालु जुट चुके हैं। लोग छठ मैय्या को प्रसन्न करने के लिए उनकी प्रिय वस्तुओं को इकट्ठा करने में लग चुके हैं। कुछ लोग नदी और तालाब पर घाट बना रहे हैं तो कुछ लोग बाजार से पूजा की सामग्री और फलों की खरीदारी कर रहे हैं। अगर आपके घर भी छठ पूजा होती है तो आपको छठ मैय्या को प्रिय 6 फल जरूर आपके सुपर में होने चाहिए।
Body:छठ पूजा का महत्व बाकी पूजा से इसलिए बड़ा माना जाता है क्योंकि इस पर्व में महिलाएं 32 से 34 घंटे का निर्जला व्रत रखती हैं जिसके बाद महिलाएं सुबह उगते हुए सूरज देव को अर्क देखकर उपवास खोलती हैं।

छठ के दौरान पूजा में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्रियों के बाजार सज चुके हैं वही ग्राहक भी अधिक मात्रा में आकर बाजार से खरीदारी कर रहे हैं जिसे बाजार की रौनक दोबारा लौट आई है ।आमतौर पर बाजारों की गुम हो चुकी रौनक त्योहारों के समय में नजर आने लगती है जब लोग खरीदारी करने बाज़ार मैं आते हैं।

Conclusion:इन सामग्रियों का छठ पूजा में होता है जरूरी महत्व :-

नारियल

छठ मैय्या की पूजा में नारियल का बड़ा महत्व है। श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए नारियल चढ़ाने की मनौती भी मांगते हैं। इसलिए कुछ लोगों के डाले में कई-कई नारियल होते हैं। दरअसल नारियल को देवी लक्ष्मी का स्वरूप और परम पवित्र फल माना गया है।

केला

नारियल की भांति छठ मैय्या को केला अति प्रिय है। बिहार और पूर्वांचल में इसकी खेती भी खूब होती है। इसलिए इसकी उपलब्धता भी आसानी से हो जाती है। केला भगवान विष्णु का प्रिय फल है। केले के पौधे में विष्णु का वास माना जाता है। लोग मनोकामना पूर्ति के लिए छठ मैय्या को केले का घौद भेट करने का भी प्रण लेते हैं।

गन्ना

छठ पूजा के दिन शाम में आंगन में गन्ने का घर बनाकर उसके नीचे हाथी रखकर छठ मैय्या की पूजा की जाती है। कहते हैं इससे छठ मैय्या आनंद और समृद्धि प्रदान करती हैं। छठ में ईख से बने गुड़ का प्रसाद भी इसीलिए बनाया जाता है।

डाभ नींबू

डाभ नींबू सामान्य नींबू से बड़े आकार का एक नींबू होता है जो खाने में खट्टा मीठा लगता है। इस नींबू के डाभ नींबू कहते हैं। इसका आवरण मोटा होता है। यही वजह है कि डाभ नींबू भी छठ मैय्या को बहुत प्रिय है।

सुपारी

किसी भी शुभ काम में सुपारी का प्रयोग अच्छा माना गया है। पान सुपारी लेकर ही पूजा का संकल्प तक किया जाता है। सुपारी बेहद सख्त फल है इसे संस्कृत में पुगीफलम् कहा गया है। इसे भी देवी लक्ष्मी के प्रभाव में माना जाता है।

जल सिंघारा

जल में फलने वाला फल है जल सिंघारा यह माता लक्ष्मी को भी प्रिय है। इसे रोगनाशक और शक्तिवर्धक माना जाता है। आयुर्वेद में इसे बहुत ही गुणकारी बताया गया है।

बाइट :- यशवंत यादव ( गन्ना व्यापारी)

अभिषेक कुमार सिंह ईटीवी भारत रायपुर
Last Updated : Nov 1, 2019, 11:46 PM IST
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