रायपुरः छत्तीसगढ़ (Chhattisgarg) में हल्की ठंड (Cold)की शुरुआत हो चुकी है. वहीं, प्रदेश में बीते दिनों हुए बारिश से ये अनुमान साफ तौर पर लगाया जा रहा है कि इस बार प्रदेश में अच्छी ठंड पड़ेगी. ठंड आते ही लोगों में स्कीन संबंधित समस्याएं बढ़ने (Skin related problems) लगती है. खासकर ड्राइ स्कीन (dry skin) वालों में इस तरह की समस्याओं में इजाफा देखा गया है.
दरअसल, ठंड के समय धूप की एलर्जी (Allergies) ज्यादातर लोगों में देखने को मिलती है. ठंड में ज्यादातर लोग धूप में बैठना पसंद करते हैं, इससे धूप की एलर्जी (Sun allergy) लोगों को होती है. इसके अलावा डर्मेटाइटिस (dermatitis), इचिंग(itching), सोरायसिस (Psoriasis) जैसी स्किन की समस्याएं (Skin problems) भी लोगों में इस दौरान देखने को मिलती है. इससे स्किन कई बार ड्राई हो जाते हैं. वहीं, कई बार हाथों में बिना वजह बहुत खुजली होने लगती है. ऐसे में मॉस्चराइजर क्रीम (Moisturizer cream) लगाना काफी जरूरी हो जाता है.
इस विषय में ईटीवी भारत ने ठंड में होने वाले स्किन प्रॉब्लम और एलर्जी को लेकर मेकाहारा स्किन डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. मृत्युंजय सिंह (Dr. Mrityunjay Singh HOD Mekahara Skin Department)से खास बातचीत की. बातचीत के दौरान उन्होंने स्कीन संबंधित समस्याओं के बारे में बताते हुए समस्या से निपटने की भी सलाह दी.
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ठंड में बढ़ जाते हैं डर्मेटाइटिस और सोरायसिस के मरीज
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान मेकाहारा स्किन डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. मृत्युंजय सिंह ने बताया कि ठंड के मौसम में सबसे ज्यादा ड्राई स्किन की प्रॉब्लम आती है.उसमें सबसे ज्यादा डर्मेटाइटिस के बीमारी आते हैं. सोरायसिस एक कंडीशन रहती है. जिसमें स्किन ड्राई होने लग जाती है. सोरायसिस भी बहुत ज्यादा इस दौरान लोगों में देखने को मिलता है. इसी तरह की और कई बीमारियां ठंड के समय लोगों में देखने को मिलती है. जिसमें से एक बीमारी ऐसे भी है, जिसमें सर के चमड़े से थोड़े-थोड़े छिलके निकलने लगते हैं, यह सारी ठंड के समय ज्यादा देखने को मिलती है.
इचिंग, चकत्ते, स्किन लाल हो जाना की समस्या हो जाती है आम
ज्यादातर मामलों में जो समस्या होती है, वो इचिंग की होती है. इसके अलावा खुजली की शिकायत, रेसेज, खुजली वाले चकत्ते, पपड़ी निकलने जैसे समस्या को लेकर भी लोग आते है. इस सारी समस्या के वजह से स्किन पूरा लाल हो जाता है. इस तरह के सिम्टम्स ज्यादातर देखने को मिलते हैं. साथ ही ऐसे समय में ओपीडी में ज्यादातर मरीज देखने को मिलते हैं. इस वक्त भी ओपीडी में लगभग 200 मरीज रोजाना देखने को मिल रहे हैं.
बुजुर्ग ही नहीं बल्कि बच्चों में भी होती है ये समस्या
डॉ. मृत्युंजय बताते हैं कि स्किन प्रॉब्लम में उम्र काफी ज्यादा मैटर करता है. ज्यादातर स्किन की समस्या 60 साल से ज्यादा के लोगों में देखने को मिलती है, जिसमें सोरायसिस और डर्मेटाइटिस की बीमारी ज्यादा है. इसके अलावा भी ज्यादा उम्र होने की वजह से स्किन ड्राई हो जाता हैं. जिससे ड्राई स्किन की भी समस्याएं देखने को मिलते हैं. वही जो छोटे बच्चे होते हैं उनमें भी स्किन की समस्या देखने को मिलती है क्योंकि उनकी बॉडी मेच्योर हुई रहती है. ठंड शुरू होने पर स्किन सिकुड़ने जैसी अन्य समस्याएं देखने को मिलती है. ऐसे में बच्चों का और बुजुर्गों का ख्याल रखना बहुत जरूरी हो जाता है.
अधिक गर्म पानी से नहाना हो सकता है नुकसानदायक
डॉ. मृत्युंजय ने आगे बताया कि स्किन की बीमारियों का ज्यादातर इलाज प्रिवेंशन ही होता है. जैसे कि हम कहते हैं "प्रिवेंशन इस बेटर देन क्योर". ठंड जैसे स्टार्ट हो खास करके जिनके स्किन ज्यादा ड्राई रहती हो. उनको हम यही बोलेंगे कि नहाने के बाद मॉस्चराइजर का इस्तेमाल करें. नहाते समय बहुत ज्यादा हॉट वाटर ना यूज करें. थोड़ा गर्म पानी इस्तेमाल कर सकते हैं. नहाने से पहले शरीर में तेल लगाना और ज्यादा अच्छा रहेगा. अगर साबुन इस्तेमाल करते हैं तो मॉस्चराइजिंग साबुन यूज कर सकते हैं.