रायपुर : कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन के करीब ढाई महीने बाद मंदिरों के पट भक्तों के लिए खुले. केंद्र सरकार ने 8 जून से सभी धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति दे दी थी. छत्तीसगढ़ में भी धार्मिक स्थलों में सोमवार से फिजिकल और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पूजा अर्चना प्रारंभ किए जाने का निर्णय लिया गया है. मुख्यमंत्री के इस निर्णय का सभी ने स्वागत किया है. मुख्यमंत्री निवास में विधायक विकास उपाध्याय के नेतृत्व में 31ब्राह्मणों ने शंखनाद और मंत्रोच्चार के साथ भूपेश बघेल का आभार व्यक्त कर अभिनंदन किया.
मुख्यमंत्री बघेल ने पंडितों से कोरोना महामारी के बचाव के लिए मंदिर में मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग करने और फिजिकल डिस्टेंसिंग का अनिवार्य रूप से पालन करने को कहा है. उन्होंने कहा कि आप सुरक्षित रहेंगे तभी मंदिर परिसर भी सुरक्षित होगा.
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विधायक विकास उपाध्याय ने छत्तीसगढ़ में धार्मिक स्थलों के खोले जाने पर कहा कि 'सीएम के प्रयासों से यह शुभ कार्य संभव हो पाया है. पंडितों ने मुख्यमंत्री बघेल का आभार व्यक्त करते हुए उनके नेतृत्व में राज्य सरकार के किए गए कार्यों की सराहना की'.
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बता दें कि केंद्र सरकार ने 8 जून से सभी धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति दे दी थी. इसके तहत कुछ गाइडलाइन्स तैयार की गई हैं, जिससे मंदिरों में भीड़ जमा न हो. पहले दिन कई मंदिरों के दरवाजे खुले और श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे. हालांकि कई जगह मंदिर अब भी बंद रखे गए हैं