रायपुर/दिल्ली:आज छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का दिन है. छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध और अंतरराष्ट्रीय पंडवानी गायिका तीजन बाई को देश के दूसरे उच्च नागरिक सम्मान से नवाजा गया है. ये सम्मान देश के लिए असैनिक क्षेत्रों में बहुमूल्य योगदान के लिये दिया जाता है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पंडवानी गायिका तीजन बाई को पद्म विभूषण से सम्मानित किया. तीजन बाई को राष्ट्रपति भवन में देश का पद्म विभूषण सम्मान से नवाजा गया. तीजन बाई ये पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रदेश की पहली छत्तीसगढ़ी कलाकार हैं.
भिलाई के गनियारी में हुआ था जन्म
तीजन बाई का जन्म 24 अप्रैल 1956 को भिलाई के गनियारी गांव में हुआ था. वे राज्य के पंडवानी लोक गीत-नाट्य की पहली महिला कलाकार हैं. देश-विदेश में अपनी कला का प्रदर्शन करने वाली तीजन बाई को बिलासपुर विश्वविद्यालय द्वारा डी लिट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया है.
कई पुरस्कारों से नवाजा गया
उन्हें साल 1988 में भारत सरकार की तरफ से पद्मश्री और 2003 में कला के क्षेत्र में पद्म भूषण सम्मान मिल चुका है. 1995 उन्हें में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार तथा 2007 में नृत्य शिरोमणि से भी सम्मानित किया जा चुका है.
इसरो के वैज्ञानिक नंबी नारायण और पर्वतारोही बछेंद्री पाल को पद्म भूषण से नवाजा गया है. अभिनेता मनोज वाजपेयी, पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर और तीरंदाज बोम्बायला देवी को पद्मश्री से सम्मानित किया गया.