रायपुर: आरक्षण को लेकर कांग्रेस पार्टी के जन अधिकार रैली के बाद बुधवार को भाजपा भी बड़ा प्रदर्शन कर रही है. bjp protest for reservation bill 2022 जिसमें बीजेपी के सभी विधायकों और सांसद समेत कई दिग्गज शामिल हुए हैं. Narayan Chandel demand Report of Quantifiable Data भाजपा लगातार क्वांटिफाइबल डाटा आयोग की रिपोर्ट और राजभवन पर हमले को लेकर राज्य सरकार पर हमलावर है. sushil anand shukla targets bjp protest वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने भाजपा के इस प्रदर्शन को नौटंकी बताया है.
"सरकार क्वांटिफाइबल डाटा आयोग की रिपोर्ट सार्वजनिक करे": भाजपा के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि "प्रदेश की राजधानी रायपुर में भाजपा के सारे विधायक, सांसद, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक और पार्टी पदाधिकारी अंबेडकर चौक पर धरना देंगे. यह धरना दोपहर 2 बजे से लेकर 5 बजे तक चलेगा. हमारी मांग है कि छत्तीसगढ़ की राज्य सरकार क्वांटिफाइबल डाटा आयोग की जो रिपोर्ट है, उसे सदन में रखे, उसको राजभवन भेजे और उसे सार्वजनिक करें. आरक्षण के हम समर्थन में हैं, हम आरक्षण चाहते हैं. और चाहते हैं कि जल्द से जल्द आरक्षण इस प्रदेश में लागू हो. इस मांग को लेकर एक दिवसीय धरने का कार्यक्रम आयोजित किया गया है.
राजभवन पर हमले को लेकर कांग्रेस पर साधा निशाना: भाजपा के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि "आरक्षण लागू नहीं होने के कारण भर्तियां रुकी है. लोगों की नियुक्तियां रुक गई है, प्रमोशन रुके हुए हैं. इसलिए आम आदमी को बेरोजगार, नौजवानों को इस भूपेश सरकार की कारगुजारी नीतियों से बहुत तकलीफ हो रही है. लगातार छत्तीसगढ़ की सरकार राजभवन पर हमला बोल रही है. संविधान के खिलाफ में बातचीत हो रही है, जो इस प्रदेश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है."
यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में जल्द आरक्षण लागू करने की मांग, भाजपा विधायक सांसद दल का प्रदर्शन आज
कांग्रेस ने बीजेपी के प्रदर्शन को बताया नौटंकी: भाजपा के इस प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस मीडिया विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि "आरक्षण को लेकर भारतीय जनता पार्टी का धरना बेशर्म नौटंकी है. सारा प्रदेश जान रहा है कि आरक्षण संशोधन विधेयक राजभवन में भारतीय जनता पार्टी के इशारों पर रुका हुआ है. भाजपा के शुद्ध राजनीतिक निहितार्थ के कारण आरक्षण संशोधन विधेयक राजभवन में रुका है. उसके बाद भी बीजेपी आरक्षण विधेयक को लेकर धरना दे रही है. यह उनकी बेशर्मी है. यदि जरा भी इनमें नैतिकता बची है, तो जाकर राजभवन से बोलिए कि आप तत्काल इसमें हस्ताक्षर करिए."
"छत्तीसगढ़ के हर समाज का हो रहा अहित": सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि "राज्यापाल के हस्ताक्षर न करने पर विधानसभा में सर्वसम्मति से विधायक बना कर सर्व समाज के हित में भेजा है, उसको क्यों रोका गया है. छत्तीसगढ़ के हर समाज का अहित हो रहा है. कांग्रेस की सरकार ने अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है. सरकार ने अपनी नीति साफ कर दी है. अब भारतीय जनता पार्टी के जो नियत है, उसमें शंका साफ दिख रही है."