रायपुर: कर्नाटक पुलिस अधिकारियों के एक अध्ययन दल ने शुक्रवार को पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा से पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर में मुलाकात की. कर्नाटक पुलिस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अरूण चक्रवर्ती जे के नेतृत्व में डॉयरेक्टोरेट ऑफ सिविल राइटस, इन्फोर्समेंट कर्नाटक के 6 अधिकारियों का दल छत्तीसगढ़ राज्य में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के व्यक्तियों के खिलाफ होने वाले अपराधों की विवेचना और न्यायालयीन प्रक्रिया का अध्ययन करने के लिये छत्तीसगढ़ के दौरे पर पहुंचे हैं.
अपराधियों को दंडित करने वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ आगे: बता दें कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत इन वर्ग के लोगों के खिलाफ होने वाले अपराधों की त्वरित जांच और अपराधियों को न्यायालय में दंडित कराये जाने के मामले में छत्तीसगढ़ अग्रणी राज्य है. इसलिए कर्नाटक पुलिस अधिकारियों का एक अध्ययन दल यहां आया हुआ है. वहां के पुलिस अधिकारियों ने पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर में कर्नाटक राज्य में अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों के खिलाफ घटित होने वाले अपराध और जांच प्रक्रिया को पॉवर प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया. उन्होंने फर्जी जाति प्रमाण-पत्र के आधार शासकीय नौकरी तथा वहां की योजनाओं का लाभ लेने वालेो के खिलाफ की जाने वाली जांच प्रक्रिया को भी साझा किया.
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छत्तीसगढ़ में ऐसे घटित अपराधों की जांच की जाती है:पुलिस महानिरीक्षक(अपराध अनुसंधान विभाग) एससी द्विवेदी और संजीव शुक्ला ने बताया कि "छत्तीसगढ़ राज्य में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के खिलाफ होने वाली अपराधों की जांच राजपत्रित पुलिस अधिकारियों द्वारा की जाती है. राज्य शासन द्वारा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के खिलाफ घटित होने वाले अपराधों की नियमित समीक्षा की जाती है. जांच में तत्परता और उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस अधिकारियों को राज्य शासन की ओर से पुरस्कृत किये जाने का भी प्रावधान है."
कर्नाटक पुलिस को पुलिस मुख्यालय से लेकर विभागीय स्तर की दी गई जानकारी: इस विषय में उप पुलिस महानिरीक्षक मिलेना कुर्रे ने बताया कि "राज्य में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति थानों तथा जिला स्तर से पुलिस मुख्यालय स्तर तक की विभागीय संरचना के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई. पिछले तीन वर्षों के अपराध और विवेचना का तुलनात्मक विवरण भी प्रस्तुत किया. इस मुलाकात अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक गुप्तवार्ता आनंद छाबड़ा और विधि विभाग के अधिकारियों सहित पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे."