रायपुर: छत्तीसगढ़ में अब स्थानीय बोलियों को स्कूलों में भी तवज्जो दी जाएगी. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घोषणा की है कि नए शिक्षा सत्र से स्कूलों में स्थानीय बोली में भी पढ़ाई होगी.
नए शिक्षा सत्र से स्कूलों में छत्तीसगढ़ी, गोंडी, हल्बी, भतरी, सरगुजिया, कोरवा, पांडो, कुडुख, कमारी बोली में पढ़ाई होगी. जानकारी के अनुसार सरकारी स्कूलों में 15000 शिक्षकों की भर्ती की जाएगी. जिनमें से 4000 शिक्षक आदिवासी क्षेत्र से होंगे.