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फर्जी निवास प्रमाण पत्र के जरिये MBBS में एडमिशन लेने वाले छात्रों पर गिरेगी गाज - Native certificate fraud

छत्तीसगढ़ के शासकीय और निजी मेडिकल कॉलेजों में मूल निवास प्रमाण पत्र के जरिये बाहरी राज्य के छात्रों का एडमिशन लिए जाने की शिकायत मिल रही थी. जिसपर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया है कि छत्तीसगढ़ के मूल निवासी छात्रों के हितों की रक्षा की जाएगी.

Students will not take admission in medical college through fake native certificate in raipur
मेडिकल कॉलेज में नहीं ले सकेंगे छात्र प्रवेश
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Published : Nov 21, 2020, 10:05 AM IST

Updated : Nov 21, 2020, 11:39 AM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ के शासकीय और निजी मेडिकल कॉलेजों में MBBS और चिकित्सा कोर्स से संबंधित कोर्स में दूसरे राज्यों के छात्रा पर फर्जी निवास प्रमाण पत्र के माध्यम से एडमिशन लेने का आरोप लगा है. इसकी शिकायत पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का प्रतिनिधि मंडल नीट से चयनित छात्रों के परिजनों और रायपुर उत्तर से विधायक कुलदीप जुनेजा के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की है.

धोखाधड़ी करने वाले छात्रों के खिलाफ होगी कार्रवाई

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुलाकात के बाद प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया है कि छत्तीसगढ़ के मूल निवासी के हितों की रक्षा की जाएगी. मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अतिरिक्त मुख्य सचिव सुब्रत साहू के साथ संबंधित अधिकारियों को चयनित छात्रों के मूल दस्तावेज की बारीकी से जांच करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा जिन लोगों ने प्रमाण पत्र जमा करते समय धोखाधड़ी की कोशिश की है, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के भी निर्देश दिए हैं.

पढ़ें- बिलासपुर: स्वास्थ्य मंत्री ने शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का किया ऑनलाइन भूमिपूजन

निवास प्रमाण पत्र जांच के लिए बनाए जाएंगे नियम

मामले में शनिवार को संचालक चिकित्सा शिक्षा, नीट काउंसलिंग टीम के सदस्य, स्थानीय छात्र के पालकों और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है. बैठक में अन्य राज्यों से एडमिशन लेने वाले छात्रों के मूल निवासी प्रमाण पत्र सहित अन्य दस्तावेजों की जांच किस तरीके से की जाए, इसे लेकर रूपरेखा तैयार की जाएगी. इसके अलावा पहले से फर्जी मूल निवास प्रमाण पत्र के जरिए एडमिशन ले चुके छात्रों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाए, इसे लेकर भी बैठक में विचार विमर्श किया जाएगा. मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू के साथ कृषि मंत्री रविंद्र चौबे भी मौजूद रहे.

रायपुर: छत्तीसगढ़ के शासकीय और निजी मेडिकल कॉलेजों में MBBS और चिकित्सा कोर्स से संबंधित कोर्स में दूसरे राज्यों के छात्रा पर फर्जी निवास प्रमाण पत्र के माध्यम से एडमिशन लेने का आरोप लगा है. इसकी शिकायत पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का प्रतिनिधि मंडल नीट से चयनित छात्रों के परिजनों और रायपुर उत्तर से विधायक कुलदीप जुनेजा के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की है.

धोखाधड़ी करने वाले छात्रों के खिलाफ होगी कार्रवाई

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुलाकात के बाद प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया है कि छत्तीसगढ़ के मूल निवासी के हितों की रक्षा की जाएगी. मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अतिरिक्त मुख्य सचिव सुब्रत साहू के साथ संबंधित अधिकारियों को चयनित छात्रों के मूल दस्तावेज की बारीकी से जांच करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा जिन लोगों ने प्रमाण पत्र जमा करते समय धोखाधड़ी की कोशिश की है, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के भी निर्देश दिए हैं.

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निवास प्रमाण पत्र जांच के लिए बनाए जाएंगे नियम

मामले में शनिवार को संचालक चिकित्सा शिक्षा, नीट काउंसलिंग टीम के सदस्य, स्थानीय छात्र के पालकों और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है. बैठक में अन्य राज्यों से एडमिशन लेने वाले छात्रों के मूल निवासी प्रमाण पत्र सहित अन्य दस्तावेजों की जांच किस तरीके से की जाए, इसे लेकर रूपरेखा तैयार की जाएगी. इसके अलावा पहले से फर्जी मूल निवास प्रमाण पत्र के जरिए एडमिशन ले चुके छात्रों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाए, इसे लेकर भी बैठक में विचार विमर्श किया जाएगा. मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू के साथ कृषि मंत्री रविंद्र चौबे भी मौजूद रहे.

Last Updated : Nov 21, 2020, 11:39 AM IST
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