रायपुर : कोरोना संक्रमण के कारण एक ओर जहां एजुकेशन सेक्टर प्रभावित रहा, वहीं स्कूल-कॉलेज भी बंद रहे. छत्तीसगढ़ राज्य सरकार की ओर से 2 अगस्त से स्कूल और कॉलेज खोले जाने का आदेश जारी किया गया था. स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों में उत्साह नजर आ रहा है, वहीं कॉलेजों में स्टूडेंट्स की उपस्थिति बेहद कम है. ईटीवी भारत ने छात्रों से बातचीत की और कॉलेज का जयजा लिया. इस दौरान अधिकांश बच्चों ने ऑनलाइन क्लास में पढ़ाई करना सुविधाजनक माना. इसलिए कॉलेजों में विद्यार्थियों की संख्या कम नजर आ रही है.
2 अगस्त से शुरू हो गई है ऑफलाइन क्लासेस
पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से पीएचडी स्कॉलर अंजलि यादव ने बताया कि संक्रमण के दौरान विद्यार्थी ऑनलाइन क्लास लेना ही सुविधाजनक मान रहे हैं. जहां क्रिटिकल सब्जेक्ट हैं, वहां ऑनलाइन क्लास होती है. लेकिन जहां प्रैक्टिकल क्लासेस हैं तो विद्यार्थी शिक्षक के पास पहुंचकर अपने डाउट्स क्लियर कर रहे हैं. अंजलि ने बताया कि 2 अगस्त से ऑफलाइन क्लासेस शुरू हो गई है. अलग-अलग शिफ्ट में क्लास दी भी जाती है.
पढ़ाई के साथ-साथ एग्जाम भी हो ऑनलाइन
छात्र आकाश ने कहा कि हम चाहते हैं कि ऑनलाइन पढ़ाई ही हो. कॉलेज में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों की पढ़ाई कराई जा रही है. ऐसे में हम सभी छात्र ऑनलाइन क्लास अटेंड करते हैं. कोरोना संक्रमण को देखते हुए हम चाहते हैं कि पढ़ाई के साथ-साथ एग्जाम भी ऑनलाइन ही हो. आकाश ने कहा कि उनका वैक्सीनेशन हो गया है, लेकिन डर इस बात का है कि अगर किसी ने टीका नहीं लगावाया हो तो ऐसे में संक्रमण सकता है.
न्यू एडमिशन वाले छात्रों में कॉलेज आने का है उत्साह
दुर्गा कॉलेज की प्रोफेसर मधु कामरा ने बताया कि 2 अगस्त से कॉलेज संचालित हो रहा है. जिन छात्रों का न्यू एडमिशन हुआ है, उनमें कॉलेज आने का उत्साह है. जो छात्र पिछले 2 साल से ऑनलाइन क्लास अटेंड कर रहे हैं, वे ऑनलाइन क्लास में ही कंफर्टेबल महसूस कर रहे हैं. वे ऑफलाइन क्लास अटेंड नहीं करना चाहते हैं. यही वजह है कि कॉलेज में छात्रों की संख्या कम है.