रायपुर : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2020-21 का बजट पेश किया है. इस बजट में स्टूडेंट को ध्यान में रखकर कई नए प्रावधान किए गए हैं. मेडिकल कॉलेज से लेकर कौशल विकास के प्रावधान की वजह से इस बजट को स्टूडेंट्स के हित का बजट कहा जा रहा है. इस पर ETV भारत ने छात्राओं से बात की है.
छात्राओं ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 'इस बजट में शिक्षा को लेकर छात्र-छात्राओं के हित में बजट पेश किया गया है. इससे शिक्षा के स्तर में सुधार होगा. साथ ही स्किल डेवलप भी होगी, जिससे नौकरी मिलने में आसानी होगी.
खासतौर पर कौशल विकास के साथ ही डिप्लोमा के लिए भी 150 संस्थान खोलने का प्रवाधान है. साथ ही रोजगार देने वाली शिक्षा पर भी जोर दिया गया है, जिसे छात्राओं ने सराहा है.
शिक्षा बजट के प्रावधानों पर छात्र-छात्राओं ने जताई खुशी
- शिक्षा क्षेत्र में बढ़ाया गया फंड
- शिक्षा में होगा बड़ा निवेश
- ऑनलाइन डिग्री लेवल प्रोग्राम चलाए जाएंगे
- जिला अस्पतालों में मेडिकल कॉलेज बनाने की योजना
- लोकल बॉडी में युवा इंजीनियर्स को इंटर्नशिप की सुविधा
- दुनिया के छात्रों को भारत में पढ़ने के लिए सुविधा देंगे
- भारत के छात्रों को भी एशिया, अफ्रीका के देशों में भेजा जाएगा
- राष्ट्रीय पुलिस विश्वविद्यालय की स्थापना का ऐलान
- राष्ट्रीय न्यायिक विज्ञान विश्वविद्यालय बनाने का प्रस्ताव
- डॉक्टरों के लिए एक ब्रिज प्रोग्राम होंगे शुरू
- शिक्षा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को बढ़ावा देने का प्रावधान
- शीर्ष 100 संस्थान पूरी तरह से ऑनलाइन शिक्षा कार्यक्रम शुरू करने के लिए योजना तैयार हो रही है.
- डिप्लोमा के लिए 2021 तक खुलेंगे.
- नए संस्थान पीपीपी मॉडल से खुलेंगे.
- नए मेडिकल कॉलेज, नेशनल फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी का प्रस्ताव.
- हायर एजुकेशन को बढ़ावा देने पर बल
- जल्द लाई जाएगी नई शिक्षा नीति.
- शिक्षकों, नर्सों, पाराचिकित्सकों और सेवा देने वालों के लिए विशेष प्रशिक्षण पाठ्यक्रम भी शुरू किए जाएंगे.