रायपुर: वर्तमान दौर में युवा नशे की गिरफ्त में फंसते जा रहे हैं. कई माता-पिता इस बात से हमेशा चिंतित रहते हैं. नशे की वजह से कई युवा दिशाहीनता का शिकार हो जाते हैं. इसमें माता-पिता की भी गलती होती है. वह अपने व्यस्त प्रोफेशन की वजह से बच्चों पर ध्यान नहीं देते हैं. जिसकी वजह से यह परेशानी होती है. ऐसे में धर्म कर्म और वास्तु के जरिए आप अपने बच्चों को नशे की लत से दूर रख सकते हैं .वास्तु शास्त्र में नशे से दूर रहने के लिए बहुत सारे टिप्स (tips to keep children away from drugs) और उपाय बताए गए (Vastu Shastri Vineet Sharma tips) हैं
नशे के शिकार बच्चों को घर के पूर्वी हिस्से का कमरा दें: ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्री पंडित विनीत शर्मा ने बताया कि "कई बच्चे जो आग्नेय कोण में निवास करते हैं या उनका बेडरूम आग्नेय कोण में हैं वे शुक्र आदि के प्रभाव से गलत संगत में फंसकर नशे का शिकार हो सकते हैं. घर में शुरू से ही शक्ति और अनुशासन से इन बुराइयों से बचा जा सकता है. फिर भी यदि बच्चे बिगड़ गए हैं और माता-पिता और स्वयं बच्चे अपने आप को सुधारना चाहते हैं तो ऐसे बच्चों को घर के पूर्वी हिस्से का कमरा दिया जाना चाहिए अथवा घर के ईशान कोण के कमरे में भी ऐसे बच्चे आराम से रह सकते हैं"
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मंत्रों का लें सहारा: वास्तु शास्त्र में ऐसे बच्चों के लिए विभिन्न उपाय बताए गए हैं. सर्वप्रथम ऐसे बच्चों को नियमित रूप से श्री गायत्री मंत्र का पाठ जाप और श्रवण करना चाहिए. ऐसे बच्चों को नियमित रूप से श्रद्धा के साथ श्री गायत्री मंत्र का लेखन करने के लिए प्रेरित करना चाहिए. ऐसे बच्चे लगातार अनवरत अपने कमरे में श्री गायत्री मंत्र का शुद्ध पाठ करें और इन मंत्रों को आस्था के साथ सुनें. जिनसे उन्हें राहत (Know from Vastu how stay away from drugs) मिलेगी.
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नियमित रूप से त्राटक विधि का अभ्यास कराना चाहिए: नशे के गिरफ्त में आ चुके बच्चों को उनके कमरे में सफेद मोमबत्ती जलाकर नियमित रूप से त्राटक विधि का अभ्यास कराना चाहिए. यह अभ्यास अनुशासन और समय की परिधि में हो. इससे बच्चों की मनोदशा में सुधार देखने को मिलता है. इसी तरह ऐसे बच्चों को पूर्व स्थान या उत्तर दिशा की ओर चेहरा रखकर ओम मंत्र का पूरी श्रद्धा के साथ जाप करना चाहिए. यह जाप या तप पूरे वातावरण को बदल देता है. इस मंत्र के प्रभाव से संपूर्ण क्षेत्र में निखार आता है और सकारात्मक सुधार देखने को मिलता है लगातार धीरे-धीरे अभ्यास से जातक नशे से दूर होते चला जाता है .
प्रेरणादायक किताबों का करें उपयोग: ऐसे बच्चों के कमरे में प्रेरित करने वाली और जीवन को प्रकाशित उल्लास से भरने वाली मोटिवेशनल किताबें उत्तर और पूर्व दिशा में रखी जानी चाहिए. ऐसे बच्चों के कमरे का रंग हल्का पीला या हल्का सफेद होना चाहिए. इनके कमरे में लाइट कलर के पर्दों का उपयोग होना चाहिए. जातक को सफेद कपड़े ज्यादा सहयोग देते हैं. अतः ऐसे युवाओं को सफेद कपड़े का बहुतायत प्रयोग करना चाहिए. वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसे बच्चों को थोड़ी थोड़ी देर में नमक, नींबू और अदरक का सेवन नियमित रूप से थोड़े-थोड़े अंतराल में कराना चाहिए. ऐसे जातकों को अच्छी काउंसलिंग माता-पिता का सहयोग और श्रेष्ठ वास्तु के द्वारा सुधारा जा सकता है ऐसे मामलों में धैर्य और संयम और अनुशासन की बहुत आवश्यकता पड़ती है .