रायपुर: दंतेवाड़ा सीट पर हुए उपचुनाव के बाद कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों की नजरें अब चित्रकूट विधानसभा के उपचुनाव पर टिकी हुई हैं. कांग्रेस जहां इस सीट को लगातार तीसरी बार अपने पास रखने की कोशिश में है तो वहीं भाजपा इस सीट को जीतकर बस्तर की 1 सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखना चाहती है.
चित्रकोट में भी विकास का मुद्दा लेकर जाएगी कांग्रेस
प्रदेश के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि दंतेवाड़ा चुनाव हमने जीता, चित्रकूट भी हम ही जीतेंगे. 9 महीने में सरकार ने जो काम किए हैं उसे लेकर हम जनता के बीच जाएंगे. किसानों की कर्जमाफी, आदिवासियों को उनकी जमीन लौटाना, तेंदुपत्ता का रेट बढ़ाना, इन तमाम मुद्दों के साथ हम चित्रकोट में भी जाएंगे. इसके साथ ही इन सारे कामों का श्रेय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को देना चाहिए. आदिवासियों की जमीन टाटा को दे दी गई थी. हमारी सरकार ने हिम्मत दिखाई और जमीन आदिवासियों को वापस की गई. इन तमाम मुद्दों के साथ हम चित्रकोट विधानसभा चुनाव में जाएंगे और दंतेवाड़ा से बेहतर नतीजों के साथ जीतकर आएंगे.
बस्तर की 12 में 11 सीट कांग्रेस के पास
बस्तर में कुल 12 विधानसभा सीटें हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 12 में से 11 सीटें जीती थीं. इसमें से केवल दंतेवाड़ा सीट ही बीजेपी के हाथ लगी थी. लेकिन बीजेपी के विधायक भीमा मंडावी की हत्या के बाद सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज कर ली है. जबकि चित्रकूट के विधायक दीपक बैज के सांसद बनने के बाद उपचुनाव की नौबत आई है.