रायपुर: राज्य सरकार की ओर से लगातार दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों की मदद की जा रही है. अब तक राज्य शासन दूसरे राज्यों में फंसे 85 हजार 365 जरूरतमंदों की सहायता कर चुकी है. इसमें छत्तीसगढ़ के 81 हजार 711 प्रवासी श्रमिक जो देश के 21 राज्यों और 4 केन्द्र शासित प्रदेशों में होने की सूचना मिली, जिनकी मदद की गई.
श्रम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सर्वाधिक छत्तीसगढ़ के श्रमिक जम्मू में 18 हजार 541, महाराष्ट्र में 13 हजार 525, उत्तरप्रदेश में 11 हजार 888, तेलांगना में 11 हजार 626, गुजरात में 7 हजार 330, कर्नाटक में 2 हजार 917, तमिलनाडू में 2 हजार 596, मध्यप्रदेश में 2 हजार 294, आंध्रप्रदेश में 2 हजार 140, हिमाचल प्रदेश में एक हजार 601 और दिल्ली में एक हजार 533 श्रमिक है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के बलौदाबाजार जिले के 20 हजार 424 श्रमिक, जांजगीर-चांपा के 14 हजार 479, मुंगेली के 7 हजार 389, बिलासपुर के 7 हजार 366, कबीरधाम के 6 हजार 611, कोण्डागांव के 6 हजार 182, राजनांदगांव के 5 हजार 365, बेमेतरा के 3 हजार 553, रायगढ़ के 2 हजार 554, बीजापुर के 2 हजार, रायपुर एक हजार 425, दुर्ग के एक हजार 187, गरियबंद के 630, महासमुंद के 626 और सूरजपुर के 477 श्रमिक शामिल है.
मजदूरों के खाते में सहायता राशि
श्रम विभाग ने छत्तीसगढ़ से बाहर रह रहे 7 हजार 384 श्रमिकों की आर्थिक दिक्कतों की सूचना प्राप्त होने पर उनके खातों में 24 लाख 31 हजार रूपये जमा कराए हैं. इसी तरह से रायगढ़ के श्रमिक जो भूटान देश में काम के लिए गए थे, उनकी परेशानी की सूचना मिलने पर श्रम विभाग के सचिव सोनमणी बोरा ने भूटान में नियोजक से सम्पर्क किया और श्रमिक रोहित की खाद्यान एवं राशन व्यवस्था सहित उनके वेतन भुगतान की व्यवस्था भी करवाई.