रायपुर: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में लेफ्ट और एबीवीपी के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए, जिसके बाद करीब 18 छात्रों को चोटें आई हैं. वहीं ABVP से जुड़े छात्रों पर लेफ्ट के छात्र संगठनों एसएफआई, आइसा, डीएसएफ से जुड़े छात्रों ने हमला करने का आरोप लगाया है. मामले में राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी आ रही है. प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर इसे देश के लिए डराने वाली चेतावनी बताया है.
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नकाबपोशों को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में भेजकर हिंसा करवाने वालों का चेहरा देश के सामने बेनकाब है, वे छिपने की कोशिश न करें।
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तानाशाही अपना मुखौटा उतार रही है।
फासीवाद की लोकतंत्र में कोई जगह नहीं है। अगर छात्रों के साथ यह सब हो रहा है तो यह देश के लिए डराने वाली चेतावनी है।
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— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) January 5, 2020
तानाशाही अपना मुखौटा उतार रही है।
फासीवाद की लोकतंत्र में कोई जगह नहीं है। अगर छात्रों के साथ यह सब हो रहा है तो यह देश के लिए डराने वाली चेतावनी है।नकाबपोशों को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में भेजकर हिंसा करवाने वालों का चेहरा देश के सामने बेनकाब है, वे छिपने की कोशिश न करें।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) January 5, 2020
तानाशाही अपना मुखौटा उतार रही है।
फासीवाद की लोकतंत्र में कोई जगह नहीं है। अगर छात्रों के साथ यह सब हो रहा है तो यह देश के लिए डराने वाली चेतावनी है।
मुख्यमंत्री ने ट्वीटर पर लिखा कि ' नकाबपोशों को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में भेजकर हिंसा करवाने वालों का चहरा दुनिया के सामने बेनकाब है, वे छिपने की कोशिश न करें| तानाशाही अपना मुखौटा उतार रही है. फासीवाद की लोकतंत्र में कोइ जगह नहीं है. अगर छात्रों के साथ यह सब हो रहा है तो देश के लिए डराने वाली चेतावनी है.'