रायपुर: कर्मचारियों ने मैनेजर पर आरोप लगाया कि वह जानबूझकर उनका एबसेंट लगाता है. कर्मचारियों वेतन काट लेता है और काम करते वक्त भी अलग-अलग तरीके से उन्हें परेशान करता है. साथ ही महिला कर्मचारियों के मुताबिक मैनेजर जानबूझकर उनकी नाइट शिफ्ट भी लगाता है. साथ ही महिला कर्मचारियों को बहुत तंग भी करता है. मैनेजर पर कार्रवाई की मांग को लेकर कर्मचारी हड़ताल पर हैं.
मांग पूरी नहीं हुई तो प्रदर्शन रहेगा जारी: कर्मचारियों का कहना है कि " मांगे नहीं मानी गई तो उनका हड़ताल शनिवार को भी जारी रहेगा. कर्मचारी यूनियन भी इन कर्मचारियों के हड़ताल के समर्थन में है. एक निजी कंपनी के पास एम्स में कार्य का टेंडर है. जिसमें कर्मचारी अलग अलग विभाग में सफाई, इलेक्ट्रीशियन और अन्य काम करते हैं. ये कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं और जमकर नारेबाजी भी कर रहे हैं. प्रदर्शन के पहले कर्मचारियों ने एम्स प्रबंधन और कंपनी से बात भी की. लेकिन इनकी मांग नहीं मानी गई. जिस कारण कर्मचारियों को प्रदर्शन का रास्ता अपनाना पड़ा.
बिना नोटिस दिए निकाला जा रहा कर्मचारियों को: हाउसकीपिंग कंपनी के मैनेजर मानसिंह परमार ने सफाई कर्मचारी, सुपरवाइजर इलेक्ट्रिक टेक्नीशियन, गार्डनर को बिना नोटिस के ही नौकरी से निकाल दिया. उन्हें अगले दिन से काम पर आने से मना कर दिया. शिकायत करने पर कर्मचारियों से जबरदस्ती प्रबंधन के लोग उलझते हैं और उनका एबसेंट लगा देते हैं. जबकि श्रम कानून के मुताबिक कर्मचारियों को काम से निकालने से पहले उन्हें नोटिस देना बेहद आवश्यक होता है.
अनुभवी कर्मचारियों को दिया जा रहा कम वेतन: कंपनी कर्मचारियों पर बोनस न्यूनतम मजदूरी के नियमों का भी पालन नहीं कर रही है. अनुभवी कर्मचारियों को 680 की जगह 553 रुपये दिया जा रहा है. इन सभी तरह के प्रताड़ना से परेशान होकर कर्मचारी धरने पर बैठ गए हैं.