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दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए वरदान है स्पोर्ट्स व्हीलचेयर, जानिए क्या है इसकी खासियत ? - रायपुर में स्पोर्ट्स व्हीलचेयर

दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए स्पोर्ट्स व्हील चेयर किसी वरदान से कम नहीं है. बता दें कि व्हीलचेयर स्पोर्ट्स टूर्नामेंट में दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए व्हीलचेयर का काफी महत्व होता (Sports wheelchair for disabled players in Raipur ) है. जानिए इसकी क्या खासियत होती है

disabled players in raipur
रायपुर में दिव्यांग खिलाड़ी
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Published : Jul 6, 2022, 6:37 PM IST

रायपुर: दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए जब से देश-विदेश में नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर स्पोर्ट्स टूर्नामेंट शुरू हुआ है, तब से दिव्यांग खिलाड़ियों को भी एक मोटिवेशन मिला है कि वह दिव्यांग होने के बावजूद स्पोर्ट्स में अपने देश को रिप्रेजेंट कर सकते (Sports wheelchair for disabled players in Raipur ) हैं. व्हीलचेयर स्पोर्ट्स टूर्नामेंट में दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए व्हीलचेयर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.

नेशनल इंटरनेशनल लेवल पर खेले जा रहे स्पोर्ट्स टूर्नामेंट में यूज होने वाले व्हीलचेयर आम हॉस्पिटल व्हीलचेयर से काफी अलग होते हैं. स्पोर्ट्स व्हीलचेयर की क्या खासियत है और आम व्हीलचेयर से वह कितना अलग होते हैं. इस बारे में ईटीवी भारत ने इंडियन व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के खिलाड़ी और छत्तीसगढ़ व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के कैप्टन सुनील राव से खास बातचीत की. आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा...

दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए स्पोर्ट्स व्हीलचेयर अहम

इंडियन व्हीलचेयर क्रिकेट टीम ने कई टूर्नामेंट्स जीते: इंडियन व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के खिलाड़ी सुनील राव ने बताया, " साल 2017 में भारत में व्हीलचेयर क्रिकेट की शुरुआत हुई. 2018 से मैं इंडियन व्हीलचेयर क्रिकेट टीम में ऑलराउंडर के तौर पर खेल रहा हूं. अब तक इंडियन व्हीलचेयर क्रिकेट टीम ने 3 टूर्नामेंट खेले हैं. ढाका में हुए बांग्लादेश के साथ टूर्नामेंट में तीन मैचों की सीरीज में पहला मैच बारिश की वजह से रद्द हो गया. दूसरे और तीसरे मैच में भारत ने बांग्लादेश को करारी शिकस्त दी. दूसरा दुबई में हुए पाकिस्तान के साथ 3 मैचों की सीरीज में भारत ने पाकिस्तान को क्लीन स्वीप कर दिया. तीसरा कोलकाता में हुए एशियन व्हीलचेयर क्रिकेट टूर्नामेंट में भारत, बांग्लादेश और नेपाल की क्रिकेट टीम ने हिस्सा लिया, जिसमें भारत ने जीत हासिल की थी."

स्पोर्ट्स व्हीलचेयर और हॉस्पिटल व्हीलचेयर में अंतर: इंडियन व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के खिलाड़ी सुनील राव ने बताया कि स्पोर्ट्स व्हीलचेयर और हॉस्पिटल व्हीलचेयर में काफी अंतर होता है.

  • स्पोर्ट्स व्हीलचेयर हल्का और छोटा होता है. जबकि हॉस्पिटल व्हीलचेयर भारी और बड़ा होता है.
  • स्पोर्ट्स वेलफेयर हॉस्पिटल व्हीलचेयर से 3 गुना ज्यादा तेज रहता है.
  • स्पोर्ट्स व्हीलचेयर एक बार हाथ के स्विंग से ही 3 गुना ज्यादा तेजी से भागता है.
  • स्पोर्ट्स व्हीलचेयर में मूवमेंट्स करना काफी आसान होता है.
  • छोटा और हल्का होने की वजह से स्पोर्ट्स व्हीलचेयर ट्रैवलिंग के लिए काफी सूटेबल रहता है.
  • स्पोर्ट्स व्हीलचेयर आसानी से फोल्ड हो जाता है, जबकि हॉस्पिटल व्हीलचेयर फोल्ड तो हो जाता है, लेकिन छोटे स्पेस में वह नहीं आता.
  • स्पोर्ट्स व्हीलचेयर की मैन्युफैक्चरिंग कम होने से इसकी कीमत बाजार में 25 हजार से 35 हजार तक होती है. वहीं, हॉस्पिटल व्हीलचेयर 8 हजार से 10 हजार में आ जाता है.

नेशनल और इंटरनेशनल मैच में स्पोर्ट्स व्हीलचेयर का इस्तेमाल: खिलाड़ी सुनील राव कहते हैं "नेशनल और इंटरनेशनल व्हीलचेयर क्रिकेट सीरीज में सभी खिलाड़ी स्पोर्ट्स व्हीलचेयर का इस्तेमाल करते हैं. छत्तीसगढ़ के दो खिलाड़ी मैं और आरंग का पोषण ध्रुव अभी भारतीय व्हीलचेयर क्रिकेट टीम में खेलते हैं. इस वजह से छत्तीसगढ़ व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के पास अभी सिर्फ दो स्पोर्ट्स व्हीलचेयर है. स्पोर्ट्स व्हीलचेयर होने से मूवमेंट्स आसान हो जाते है. रनिंग के समय या बॉल को पकड़ते और फेंकते समय स्पोर्ट्स व्हीलचेयर को हैंडल करना आसान होता है."

यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में बनाई जा रही विश्व की सबसे बड़ी कॉफी पेंटिंग

अब देश-विदेश में होंगे व्हीलचेयर क्रिकेट टूर्नामेंट्स: खिलाड़ी सुनील राव ने बताया, " बीसीसीआई ने इस साल डीसीसीआई नाम की एक कमेटी का गठन किया है. डीसीसीआई (डिफरेंटली वर्ल्ड क्रिकेट काउंसिल ऑफ इंडिया) में 4 ग्रुप को शामिल किया गया है, जिसमें ब्लाइंड क्रिकेट, डफ क्रिकेट, फिजिकली चैलेंज्ड क्रिकेट और व्हीलचेयर क्रिकेट है. अब नेशनल और इंटरनेशनल होने वाली व्हीलचेयर क्रिकेट टूर्नामेंट को भी बीसीसीआई की ही कमेटी डीसीसीआई हैंडल करेगी. इस कमेटी का गठन करने से अब देश में अक्षम खिलाड़ियों को भी आगे बढ़ने में सहायता मिलेगी."

इंटरनेशनल टूर्नामेंट की कुछ यादें: खिलाड़ी सुनील राव ने बताया, "व्हीलचेयर क्रिकेट की शुरुआत पाकिस्तान से हुई है, तो जब हमारा मैच दुबई में पाकिस्तान के साथ होने वाला था तब पाकिस्तान ने हमको बहुत हल्के में नापा था. पाकिस्तान को ऐसा लगता था कि हमने व्हीलचेयर क्रिकेट की शुरुआत की है तो हमारे सामने कोई टीम टिक नहीं सकती. लेकिन भारत पाकिस्तान के बीच हुई सीरीज में भारत ने पाकिस्तान को क्लीन स्वीप कर दिया. यानी पाकिस्तान के साथ हुए 3 मैचों में तीनों मैच भारत ने जीते और टूर्नामेंट अपने नाम किया.

रायपुर: दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए जब से देश-विदेश में नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर स्पोर्ट्स टूर्नामेंट शुरू हुआ है, तब से दिव्यांग खिलाड़ियों को भी एक मोटिवेशन मिला है कि वह दिव्यांग होने के बावजूद स्पोर्ट्स में अपने देश को रिप्रेजेंट कर सकते (Sports wheelchair for disabled players in Raipur ) हैं. व्हीलचेयर स्पोर्ट्स टूर्नामेंट में दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए व्हीलचेयर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.

नेशनल इंटरनेशनल लेवल पर खेले जा रहे स्पोर्ट्स टूर्नामेंट में यूज होने वाले व्हीलचेयर आम हॉस्पिटल व्हीलचेयर से काफी अलग होते हैं. स्पोर्ट्स व्हीलचेयर की क्या खासियत है और आम व्हीलचेयर से वह कितना अलग होते हैं. इस बारे में ईटीवी भारत ने इंडियन व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के खिलाड़ी और छत्तीसगढ़ व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के कैप्टन सुनील राव से खास बातचीत की. आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा...

दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए स्पोर्ट्स व्हीलचेयर अहम

इंडियन व्हीलचेयर क्रिकेट टीम ने कई टूर्नामेंट्स जीते: इंडियन व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के खिलाड़ी सुनील राव ने बताया, " साल 2017 में भारत में व्हीलचेयर क्रिकेट की शुरुआत हुई. 2018 से मैं इंडियन व्हीलचेयर क्रिकेट टीम में ऑलराउंडर के तौर पर खेल रहा हूं. अब तक इंडियन व्हीलचेयर क्रिकेट टीम ने 3 टूर्नामेंट खेले हैं. ढाका में हुए बांग्लादेश के साथ टूर्नामेंट में तीन मैचों की सीरीज में पहला मैच बारिश की वजह से रद्द हो गया. दूसरे और तीसरे मैच में भारत ने बांग्लादेश को करारी शिकस्त दी. दूसरा दुबई में हुए पाकिस्तान के साथ 3 मैचों की सीरीज में भारत ने पाकिस्तान को क्लीन स्वीप कर दिया. तीसरा कोलकाता में हुए एशियन व्हीलचेयर क्रिकेट टूर्नामेंट में भारत, बांग्लादेश और नेपाल की क्रिकेट टीम ने हिस्सा लिया, जिसमें भारत ने जीत हासिल की थी."

स्पोर्ट्स व्हीलचेयर और हॉस्पिटल व्हीलचेयर में अंतर: इंडियन व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के खिलाड़ी सुनील राव ने बताया कि स्पोर्ट्स व्हीलचेयर और हॉस्पिटल व्हीलचेयर में काफी अंतर होता है.

  • स्पोर्ट्स व्हीलचेयर हल्का और छोटा होता है. जबकि हॉस्पिटल व्हीलचेयर भारी और बड़ा होता है.
  • स्पोर्ट्स वेलफेयर हॉस्पिटल व्हीलचेयर से 3 गुना ज्यादा तेज रहता है.
  • स्पोर्ट्स व्हीलचेयर एक बार हाथ के स्विंग से ही 3 गुना ज्यादा तेजी से भागता है.
  • स्पोर्ट्स व्हीलचेयर में मूवमेंट्स करना काफी आसान होता है.
  • छोटा और हल्का होने की वजह से स्पोर्ट्स व्हीलचेयर ट्रैवलिंग के लिए काफी सूटेबल रहता है.
  • स्पोर्ट्स व्हीलचेयर आसानी से फोल्ड हो जाता है, जबकि हॉस्पिटल व्हीलचेयर फोल्ड तो हो जाता है, लेकिन छोटे स्पेस में वह नहीं आता.
  • स्पोर्ट्स व्हीलचेयर की मैन्युफैक्चरिंग कम होने से इसकी कीमत बाजार में 25 हजार से 35 हजार तक होती है. वहीं, हॉस्पिटल व्हीलचेयर 8 हजार से 10 हजार में आ जाता है.

नेशनल और इंटरनेशनल मैच में स्पोर्ट्स व्हीलचेयर का इस्तेमाल: खिलाड़ी सुनील राव कहते हैं "नेशनल और इंटरनेशनल व्हीलचेयर क्रिकेट सीरीज में सभी खिलाड़ी स्पोर्ट्स व्हीलचेयर का इस्तेमाल करते हैं. छत्तीसगढ़ के दो खिलाड़ी मैं और आरंग का पोषण ध्रुव अभी भारतीय व्हीलचेयर क्रिकेट टीम में खेलते हैं. इस वजह से छत्तीसगढ़ व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के पास अभी सिर्फ दो स्पोर्ट्स व्हीलचेयर है. स्पोर्ट्स व्हीलचेयर होने से मूवमेंट्स आसान हो जाते है. रनिंग के समय या बॉल को पकड़ते और फेंकते समय स्पोर्ट्स व्हीलचेयर को हैंडल करना आसान होता है."

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अब देश-विदेश में होंगे व्हीलचेयर क्रिकेट टूर्नामेंट्स: खिलाड़ी सुनील राव ने बताया, " बीसीसीआई ने इस साल डीसीसीआई नाम की एक कमेटी का गठन किया है. डीसीसीआई (डिफरेंटली वर्ल्ड क्रिकेट काउंसिल ऑफ इंडिया) में 4 ग्रुप को शामिल किया गया है, जिसमें ब्लाइंड क्रिकेट, डफ क्रिकेट, फिजिकली चैलेंज्ड क्रिकेट और व्हीलचेयर क्रिकेट है. अब नेशनल और इंटरनेशनल होने वाली व्हीलचेयर क्रिकेट टूर्नामेंट को भी बीसीसीआई की ही कमेटी डीसीसीआई हैंडल करेगी. इस कमेटी का गठन करने से अब देश में अक्षम खिलाड़ियों को भी आगे बढ़ने में सहायता मिलेगी."

इंटरनेशनल टूर्नामेंट की कुछ यादें: खिलाड़ी सुनील राव ने बताया, "व्हीलचेयर क्रिकेट की शुरुआत पाकिस्तान से हुई है, तो जब हमारा मैच दुबई में पाकिस्तान के साथ होने वाला था तब पाकिस्तान ने हमको बहुत हल्के में नापा था. पाकिस्तान को ऐसा लगता था कि हमने व्हीलचेयर क्रिकेट की शुरुआत की है तो हमारे सामने कोई टीम टिक नहीं सकती. लेकिन भारत पाकिस्तान के बीच हुई सीरीज में भारत ने पाकिस्तान को क्लीन स्वीप कर दिया. यानी पाकिस्तान के साथ हुए 3 मैचों में तीनों मैच भारत ने जीते और टूर्नामेंट अपने नाम किया.

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