मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि व्यसन की राजनीति हम नहीं करते. हमारी सरकार गुजरात और बिहार जैसे शराबबंदी नहीं करेगी. उन राज्यो में शराब की तस्करी शुरू हो गई. छत्तीसगढ़ में शराबबंदी होगी लेकिन सोच समझ कर, इसके लिए दो कमेटी बनाई गई ह. उसकी रिपोर्ट आने के बाद प्रदेश में शराबबंदी लागू होगी.
छत्तीसगढ़ विधानसभा का विशेष सत्र समाप्त - special session on chhattisgarh assembly
12:24 October 03
रविंद्र चौबे ने दिया रमन का जवाब
12:23 October 03
रमन ने की शराबबंदी की मांग
रमन ने शराबबंदी पर कहा कि गांधी जयंती पर शराब को प्रदेश में बंद करने की सोच होनी चाहिए थी. कांग्रेस के घोषणा पत्र में शराबबंदी का स्पष्ट उल्लेख था, लेकिन सत्ता में आते ही कांग्रेस इसे भूल गई. आज भी समय है, सदन में ही सरकार शराबबंदी की घोषणा कर दे, तो ये गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
12:10 October 03
विधानसभा विशेष सत्र का दूसरा दिन
रायपुरः छत्तीसगढ़ विधानसभा के विशेष सत्र का आज दूसरा और आखरी दिन है. सत्र के दूसरे दिन आज सदन में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राध्यापक महात्मा गांधी की विचारधारा को लेकर अपना व्याख्यान पेश करेंगे. वहीं पद्मश्री तीजनबाई भी इस दौरान अपना कार्यक्रम पेश करेंगी. साथ ही विधानसभा के सभी सदस्य गांधी जी पर अपना अपना व्याख्यान देंगे.
संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने सदन में सबसे पहले गांधी पर चर्चा शुरू की. अमरजीत के बाद रमन सिंह ने सदन में कहा कि महात्मा गांधी को महात्मा की उपाधि कवि गुरु रविंद् नाथ टैगोर ने दी. गांधी सन्त थे, जिन्होंने बैरिस्टर से महात्मा तक की यात्रा की. यही कारण है कि पूरा विश्व गांधी को बापू के नाम से जानता है. रमन ने गांधी के दक्षिण अफ्रीका के दौरे की चर्चा करते हुए कहा कि दक्षिण अफ्रीका में भारतीयों को कुली कहा जाता था, वहीं गांधी को कुली बैरिस्टर के नाम से पुकारा गया. अफ्रीका में सफर में गांधी ने काफी अपमान सहा. ट्रैन के पहले दर्जे से उन्हें फेंक दिया गया. अफ्रीका से ही उन्होंने 1906 में सत्यग्रह की शुरुआत की.
रमन ने कहा गांधी जी ने दक्षिण अफ्रीका में 21 साल संघर्ष करते हुए बिताया. 1915 में गांधी हिंदुस्तान आये 1920 और 1933 में छत्तीसगढ आये थे. इस दौर में छत्तीसगढ में स्वतंत्रता सेनानियों ने भी अहम भूमिका गांधी के साथ निभाई थी. 21 दिसम्बर 1920 में गांधी धमतरी के गंगरेल पर खिलाफत आंदोलन की शुरुआत की थी.
12:24 October 03
रविंद्र चौबे ने दिया रमन का जवाब
मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि व्यसन की राजनीति हम नहीं करते. हमारी सरकार गुजरात और बिहार जैसे शराबबंदी नहीं करेगी. उन राज्यो में शराब की तस्करी शुरू हो गई. छत्तीसगढ़ में शराबबंदी होगी लेकिन सोच समझ कर, इसके लिए दो कमेटी बनाई गई ह. उसकी रिपोर्ट आने के बाद प्रदेश में शराबबंदी लागू होगी.
12:23 October 03
रमन ने की शराबबंदी की मांग
रमन ने शराबबंदी पर कहा कि गांधी जयंती पर शराब को प्रदेश में बंद करने की सोच होनी चाहिए थी. कांग्रेस के घोषणा पत्र में शराबबंदी का स्पष्ट उल्लेख था, लेकिन सत्ता में आते ही कांग्रेस इसे भूल गई. आज भी समय है, सदन में ही सरकार शराबबंदी की घोषणा कर दे, तो ये गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
12:10 October 03
विधानसभा विशेष सत्र का दूसरा दिन
रायपुरः छत्तीसगढ़ विधानसभा के विशेष सत्र का आज दूसरा और आखरी दिन है. सत्र के दूसरे दिन आज सदन में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राध्यापक महात्मा गांधी की विचारधारा को लेकर अपना व्याख्यान पेश करेंगे. वहीं पद्मश्री तीजनबाई भी इस दौरान अपना कार्यक्रम पेश करेंगी. साथ ही विधानसभा के सभी सदस्य गांधी जी पर अपना अपना व्याख्यान देंगे.
संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने सदन में सबसे पहले गांधी पर चर्चा शुरू की. अमरजीत के बाद रमन सिंह ने सदन में कहा कि महात्मा गांधी को महात्मा की उपाधि कवि गुरु रविंद् नाथ टैगोर ने दी. गांधी सन्त थे, जिन्होंने बैरिस्टर से महात्मा तक की यात्रा की. यही कारण है कि पूरा विश्व गांधी को बापू के नाम से जानता है. रमन ने गांधी के दक्षिण अफ्रीका के दौरे की चर्चा करते हुए कहा कि दक्षिण अफ्रीका में भारतीयों को कुली कहा जाता था, वहीं गांधी को कुली बैरिस्टर के नाम से पुकारा गया. अफ्रीका में सफर में गांधी ने काफी अपमान सहा. ट्रैन के पहले दर्जे से उन्हें फेंक दिया गया. अफ्रीका से ही उन्होंने 1906 में सत्यग्रह की शुरुआत की.
रमन ने कहा गांधी जी ने दक्षिण अफ्रीका में 21 साल संघर्ष करते हुए बिताया. 1915 में गांधी हिंदुस्तान आये 1920 और 1933 में छत्तीसगढ आये थे. इस दौर में छत्तीसगढ में स्वतंत्रता सेनानियों ने भी अहम भूमिका गांधी के साथ निभाई थी. 21 दिसम्बर 1920 में गांधी धमतरी के गंगरेल पर खिलाफत आंदोलन की शुरुआत की थी.
छत्तीसगढ़ विधानसभा के विशेष सत्र का आज दूसरा और आखरी दिन है। सत्र के दूसरे दिन आज सदन में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राध्यापक महात्मा गाँधी की विचारधारा को लेकर अपना व्याख्यान पेश करेंगे। वही पद्मश्री तीजनबाई भी इस दौरान अपना कार्यक्रम पेश करेंगे। साथ ही विधानसभा के सभी सदस्य गाँधी जी पर अपना अपना व्याख्यान देंगे।
Body:सदन में महात्मा गांधी के व्यक्तित्व पर चर्चा हुई शुरू हुई जिसमें सदन में गांधी के विचार से हटकर सभी बयान को अध्यक्ष ने विलोपित किया
संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने सदन में सबसे पहले गांधी पर चर्चा शुरू की
मंत्री अमरजीत के बाद पूर्व सीएम रमन सिंह ने महात्मा गांधी के जयंती पर आयोजित विशेष सत्र के लिए विधनसभा अध्यक्ष को बधाई दी। रमन ने सदन में कहा कि महात्मा गांधी को महात्मा गांधी कि उपाधि कवि गुरु रविंद् नाथ टैगोर ने दिया। गांधी सन्त थे जिन्होंने बैरिस्टर से महात्मा की यात्रा की। यही कारण है कि पूरा विश्व गांधी को बापू के दर्ज दिया। रमन ने गांधी के दक्षिण अफ्रीका के दौरे की चर्चा की। दक्षिण अफ्रीका में भारतीयों को कुली कहा जाता था, वही गांधी को कुली बैरिस्टर के नाम से पुकारा गया। अफ्रीका में सफर में गांधी ने काफी अपमान सहा। ट्रैन के पहले दर्जे से उन्हें फेंक दिया गया। अफ्रीका से ही 1906 में सत्यग्रह की शुरुआत की।
रमन ने कहा दक्षिण अफ्रीका में 21 साल में संघर्ष करते बिताया। 1915 में गांधी हिंदुस्तान आये। 1920 और 1933 में छत्तीसगढ आये थे। इस दौर में छत्तीसगढ में स्वतन्त्रता सेनानियों ने भी अहम भूमिका गांधी के साथ निभाई थी। 21 दिसम्बर 1920 में गांधी धमतरी के गंगरेल पर खिलाफत आंदोलन की शुरुआत की थी।
Conclusion:पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि प्रदेश में गांधी जयंती पर विशेष सत्र में नकारात्मक को हटाकर सकारात्मक सोच रखने चाहिए न कि गाँधी के बाजय रास्ता भटककर दूसरे पर चर्चा करना अनुचित है। 150 वी जयंती पर ऐसी योजना बनाई जानी चहिये की लोग इन योजनाओं को याद रखे।