रायपुर: कोरोना वायरस को लेकर चल रहा लॉकडाउन अब परेशानी का सबब बनता जा रहा है. इससे निपटने के लिए देशभर में अलग-अलग तरीके से तैयारियां चल रही है. छत्तीसगढ़ में भी कोरोना, लॉकडाउन और इससे होने वाले प्रभाव से निपटने के लिए प्रदेश सरकार हर स्तर पर कई निर्णय ले रही है, कहा जाए तो पूरी सरकारी मशीनरी इस समय एक होकर रणनीति बनाने में जुट गई है. कोरोना और लॉकडाउन के वर्तमान और भविष्य के हालातों पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डॉ. सुशील त्रिवेदी ने ETV भारत से खास चर्चा की है.
ETV भारत से खास चर्चा में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डॉ सुशील त्रिवेदी ने बताया:
लॉकडाउन के बाद की स्थिति:
- भारत की आर्थिक स्थिति दूसरे देशों की तुलना में बेहतर है.
- भारत में भी छत्तीसगढ़ की स्थिति काफी बेहतर है.
- प्रदेश का प्रमुख उद्योग स्टील और माइनिंग का है.
- स्टील और माइनिंग का काम वैश्विक आधार पर है.
- राज्य सरकार के समर्थन और उद्योगपतियों से स्थिति दोबारा सामान्य होगी.
- लॉकडाउन खत्म होने के बाद उत्पादन के केंद्र में गतिविधि होगी.
- पलायन की दृष्टि से भी प्रदेश में मजदूरों की हालत बेहतर.
प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर:
- स्वास्थ्य के क्षेत्र में भारत की स्वास्थ्य व्यवस्था काफी कमजोर है.
- भारत के संदर्भ में छत्तीसगढ़ की व्यवस्था कमजोर है.
- 40 प्रतिशत से ज्यादा क्षेत्र में घने जंगल हैं.
- ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य व्यवस्था पहले से काफी बेहतर है.
- प्रदेश की आशा और मितानिनवादी व्यवस्था को राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकारा.
- कोरोना के बाद सरकारें स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर गंभीर दिखाई दे रही हैं.
- सभी योजनाओं का पैसा स्वास्थ्य सुविधाओं पर.
- कोरोना से सामाजिक अर्थव्यवस्था काफी डैमेज हुई.
- स्वास्थ्य व्यवस्था पहले से बेहतर करना बड़ी जिम्मेदारी.
- सामाजिक सेवाओं में प्रदेश सबसे आगे.
- मौजूदा दौर में समाज कल्याण योजनाएं ज्यादा जरूरी.
प्रदेश की कृषि व्यवस्था:
- छत्तीसगढ़ की कृषि की प्रमुख फसल खरीफ की फसल.
- खरीफ की फसल में धान प्रमुख फसल है.
- प्रदेश सरकार ने सही समय पर धान की खरीदारी और मिलिंग की.
- प्रदेश का PDS सिस्टम काफी मजबूत है.
- रबी की फसल छत्तीसगढ़ की कृषि व्यवस्था का बड़ा अंग नहीं है.
- दूसरे प्रदेशों की तुलना में प्रदेश में कृषि अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी.