रायपुर: प्रदेश में अब कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 2 लाख के पार हो चुका है. मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में अब संक्रमित मरीजों की संख्या 2 लाख 937 हो गई है. छत्तीसगढ़ में रविवार को 1 हजार 375 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए. लेकिन चिंता की बात ये है कि महज 44 दिन में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या दोगुनी हो चुकी है. प्रदेश में कोरोना की बढ़ती संख्या की वजह जानने के लिए ETV भारत ने प्रदेश के कोविड-19 प्रभारी और एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉक्टर ओपी सुंदरानी से खास बात की है.
डॉक्टर सुंदरानी ने बताया कि अब कोरोना के जो केस सामने आ रहे हैं वह ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों से हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में लोग पहले झोलाछाप डॉक्टर के पास जाते हैं, वहां पर लंबे समय तक इलाज होता है. जब उनके इलाज से कुछ नहीं हो पाता तब आखिर में उन्हें डॉक्टर याद आते हैं. जिससे टेस्ट में देरी हो जाती है. इस कारण से कोविड-19 का पता भी देर से चलता है. इसके अलावा ग्रामीणों में जागरुकता की भी कमी है. वहां लोग टेस्ट कराने के नाम से ही डरते हैं. उन्हें लगता है कि अगर वे कोरोना पॉजिटिव पाए जाएंगे तो गांव से अलग कर दिए जाएंगे. लोग उनसे बातचीत नहीं करेंगे. इस डर से भी लोग टेस्ट नहीं कराते हैं. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों में ऐसा डर हमेशा रहता है.
2 हजार से ज्यादा लोगों की हुई कोरोना से मौत
पुरानी मौतों के आंकड़ों को लेकर डॉक्टर सुंदरानी ने कहा कि मौत के आंकड़े अब लगभग कम हो रहे हैं. एक या 2 दिन में सारी स्थिति साफ हो जाएगी कि आखिर कितने आंकड़े सही तरीके से सामने नहीं आ पाए थे. बता दें कि प्रदेश में अब तक 2 हजार 400 से ज्यादा लोगों ने कोरोना संक्रमण के कारण अपनी जान गंवा दी है.
गाइडलाइन का करें पालन
ठंड के साथ-साथ अब त्योहार भी शुरू हो रहे हैं. ऐसे में संक्रमण फैलने का खतरा और भी बढ़ जाता है. क्योंकि त्योहार है तो लोग एक दूसरे से ज्यादा से ज्यादा संपर्क में आएंगे. साथ ही बाजारों में भी काफी भीड़ देखने को मिल रही है. वहीं ठंड या नमी वाले मौसम में वायरस ज्यादा पनपता है. डॉक्टर सुंदरानी ने कहा कि इस वक्त यह जरूरी है कि हम लोग ज्यादा से ज्यादा सावधानी बरतें. स्वास्थ्य विभाग और शासन-प्रशासन की ओर से जितने भी गाइडलाइन जारी किए गए हैं, उनका पालन करें, मास्क लगाएं, खुद को सैनिटाइज रखें और लोगों से दूरी भी बनाकर रखें.
सावधानी बरतने की जरूरत
स्वास्थ्य विभाग के लिए भी ये एक चुनौती है. क्योंकि इस दौर में हमने देखा है कि दिल्ली में भी संक्रमण बढ़ गया है. दिल्ली में एक बार फिर वह हालत हो गए हैं कि लोगों को अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहा है. डॉ. सुंदरानी ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग सुरक्षित रहें और सावधान रहें. नहीं तो यहां पर भी एक बार फिर पहले जैसे हालात हो सकते हैं.