रायपुर: लगातार बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए राजधानी में 22 सितंबर से 28 सितंबर तक 1 सप्ताह का लॉकडाउन किया गया था. जिला प्रशासन ने लॉकडाउन की घोषणा की थी. मंगलवार को लॉकडाउन खत्म होने के बाद राजधानी के बाजार में भीड़ देखने को मिली. सोशल डिस्टेंसिंग और फिजिकल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन नहीं हो रहा है. इसके लिए नगर निगम अब लोगों को जागरूक भी कर रहा है. लेकिन लोगों में वायरस से बचाव के प्रति जागरूकता की कमी देखी जा रही है.
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रायपुर सहित प्रदेश के कई जिलों में 7 से लेकर 10 दिनों का लॉकडाउन किया गया है. रायपुर में सोमवार को 7 दिनों का लॉकडाउन खत्म होने के बाद मंगलवार से राजधानी के सभी बाजार फिर से खुल गए हैं. सड़कों पर आवाजाही भी बढ़ गई है. लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन नहीं हो रहा है. व्यापारियों का कहना है कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद सड़कों पर भीड़ बढ़ने के साथ ही कोरोना के नियमों का उल्लंघन भी किया जा रहा है. ऐसे में लोगों को जागरूक होने की जरूरत है. जिससे कुछ हद तक कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है.
इस बार किया गया लॉकडाउन पहले की तुलना में काफी कड़ा और सख्त था. इस लॉकडाउन में 7 दिनों के लिए सब्जी मार्केट और किराना दुकान को भी बंद किया गया था. पेट्रोल पंप पर सामान्य लोगों को पेट्रोल भी नहीं दिया जा रहा था. सोमवार को लॉकडाउन खत्म होने के बाद मंगलवार से बाजार में लोगों की आवाजाही भी बढ़ गई है. जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है. ऐसे में लोगों को पहले की तुलना में और भी अधिक जागरूक होने की जरूरत है.