ETV Bharat / state

रायपुर: स्मार्ट जैकेट से कंट्रोल होगा यातायात, ट्रैफिक सिग्नल के साथ बदलता है रंग

author img

By

Published : Jan 14, 2020, 12:51 PM IST

Updated : Jan 14, 2020, 2:50 PM IST

राजधानी रायपुर में ट्रैफिक पुलिस ने सड़क दुर्घटना को कम करने के लिए एक स्मार्ट जैकेट बनाई है. यह जैकेट एलईडी लाइट से तैयार की गई है और वाहन चालकों को लगभग 100 मीटर पहले ही सिग्नल का पता चल जाता है.

स्मार्ट जैकेट
स्मार्ट जैकेट

रायपुर: राजधानी रायपुर में ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक सिग्नल के साथ रंग बदलने वाली जैकेट लॉन्च की है. जैसे-जैसे ट्रैफिक सिग्नल बदलेगा, ठीक उसी तरह से ट्रैफिक जवान की ओर से पहनी गई जैकेट का रंग भी बदलेगा. फिलहाल इसका प्रयोग सिर्फ राजधानी के एसआरपी चौक में किया जा रहा है और इसका अच्छा रिस्पांस भी देखने को मिल रहा है.

स्मार्ट जैकेट से कंट्रोल होगा यातायात

यह जैकेट LED लाइट से तैयार किया गया हैऔर वाहन चालकों को लगभग 100 मीटर पहले ही सिग्नल का पता चल जाता है. जैसे ही सिग्नल रेड होता है, जैकेट पर लगी रेड LED लाइट जलने लगती है. ग्रीन सिगनल होने पर जैकेट में लगाी ग्रीन LED लाइट जलने लगती है. ट्रायल के तौर पर अभी इसे कुछ चौक-चौराहों पर ही प्रयोग में लाया जा रहा है. अगर इस स्मार्ट जैकेट से ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने में मदद मिलेगी, तो आने वाले दिनों में इस तरह के हाईटेक स्मार्ट जैकेट और भी बनाना जाएगा. इस हाईटेक जैकेट को बनाने में ट्रैफिक विभाग को लगभग 12 हजार रुपए खर्च करने पड़े.

ट्रैफिक सिग्नल के मुताबिक करता है काम

इस जैकेट में रिले ट्रांसमीटर, बैटरी, एलईडी और रिसीवर लगाया गया है और चौक चौराहों पर प्रयोग करते समय इसे ट्रैफिक सिग्नल से कनेक्ट कर दिया जाता है. जिसके बाद ट्रैफिक सिग्नल के अनुसार यह हाईटेक जैकेट काम करता है. इस हाईटेक जैकेट का प्रयोग ट्रैफिक जवान मोहसिन खान कर रहे हैं, मोहसिन खान वही जवान है जो अपने निराले और अनोखे अंदाज में ट्रैफिक कंट्रोल करते हुए जाना जाता है. इस जवान को डांसिंग कॉप के नाम से भी पहचाना जाता है.

ETV भारत ने जब जवान से इस हाईटेक जैकेट के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि 'वाहन चालक दूर से ही सिग्नल देख लेते हैं और ट्रैफिक रूल्स का पालन कर रहे हैं और इसका अच्छा रिस्पांस भी देखने को मिल रहा है. इस स्मार्ट जैकेट के बारे में ट्रैफिक विभाग के डीएसपी सतीश ठाकुर का कहना है कि 'यह स्मार्ट जैकेट बाजार से नहीं खरीदा गया है बल्कि इसे ट्रैफिक विभाग की ओर से बनवाया गया है'.

धूप, बारिश और कोहरे में भी काम करता है जैकेट
उनहोंने कहा कि 'आने वाले समय में और भी जैकेट ट्रैफिक विभाग की ओर से बनाए जाएंगे. इस स्मार्ट जैकेट की खास बात यह है कि एक बार बैटरी चार्ज होने के बाद यह स्मार्ट जैकेट लगभग 6 घंटे तक काम करती है. इसकी बड़ी खासियत ये है कि धूप और बारिश के अलावा कोहरे में भी इस जैकेट की लाइट दूर से नजर आ जाती है. स्मार्ट जैकेट उन चौक-चौराहों के लिए भी वरदान साबित होगी, जहां पर अभी ट्रैफिक सिग्नल नहीं लग पाए हैं.

रायपुर: राजधानी रायपुर में ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक सिग्नल के साथ रंग बदलने वाली जैकेट लॉन्च की है. जैसे-जैसे ट्रैफिक सिग्नल बदलेगा, ठीक उसी तरह से ट्रैफिक जवान की ओर से पहनी गई जैकेट का रंग भी बदलेगा. फिलहाल इसका प्रयोग सिर्फ राजधानी के एसआरपी चौक में किया जा रहा है और इसका अच्छा रिस्पांस भी देखने को मिल रहा है.

स्मार्ट जैकेट से कंट्रोल होगा यातायात

यह जैकेट LED लाइट से तैयार किया गया हैऔर वाहन चालकों को लगभग 100 मीटर पहले ही सिग्नल का पता चल जाता है. जैसे ही सिग्नल रेड होता है, जैकेट पर लगी रेड LED लाइट जलने लगती है. ग्रीन सिगनल होने पर जैकेट में लगाी ग्रीन LED लाइट जलने लगती है. ट्रायल के तौर पर अभी इसे कुछ चौक-चौराहों पर ही प्रयोग में लाया जा रहा है. अगर इस स्मार्ट जैकेट से ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने में मदद मिलेगी, तो आने वाले दिनों में इस तरह के हाईटेक स्मार्ट जैकेट और भी बनाना जाएगा. इस हाईटेक जैकेट को बनाने में ट्रैफिक विभाग को लगभग 12 हजार रुपए खर्च करने पड़े.

ट्रैफिक सिग्नल के मुताबिक करता है काम

इस जैकेट में रिले ट्रांसमीटर, बैटरी, एलईडी और रिसीवर लगाया गया है और चौक चौराहों पर प्रयोग करते समय इसे ट्रैफिक सिग्नल से कनेक्ट कर दिया जाता है. जिसके बाद ट्रैफिक सिग्नल के अनुसार यह हाईटेक जैकेट काम करता है. इस हाईटेक जैकेट का प्रयोग ट्रैफिक जवान मोहसिन खान कर रहे हैं, मोहसिन खान वही जवान है जो अपने निराले और अनोखे अंदाज में ट्रैफिक कंट्रोल करते हुए जाना जाता है. इस जवान को डांसिंग कॉप के नाम से भी पहचाना जाता है.

ETV भारत ने जब जवान से इस हाईटेक जैकेट के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि 'वाहन चालक दूर से ही सिग्नल देख लेते हैं और ट्रैफिक रूल्स का पालन कर रहे हैं और इसका अच्छा रिस्पांस भी देखने को मिल रहा है. इस स्मार्ट जैकेट के बारे में ट्रैफिक विभाग के डीएसपी सतीश ठाकुर का कहना है कि 'यह स्मार्ट जैकेट बाजार से नहीं खरीदा गया है बल्कि इसे ट्रैफिक विभाग की ओर से बनवाया गया है'.

धूप, बारिश और कोहरे में भी काम करता है जैकेट
उनहोंने कहा कि 'आने वाले समय में और भी जैकेट ट्रैफिक विभाग की ओर से बनाए जाएंगे. इस स्मार्ट जैकेट की खास बात यह है कि एक बार बैटरी चार्ज होने के बाद यह स्मार्ट जैकेट लगभग 6 घंटे तक काम करती है. इसकी बड़ी खासियत ये है कि धूप और बारिश के अलावा कोहरे में भी इस जैकेट की लाइट दूर से नजर आ जाती है. स्मार्ट जैकेट उन चौक-चौराहों के लिए भी वरदान साबित होगी, जहां पर अभी ट्रैफिक सिग्नल नहीं लग पाए हैं.

Intro:रायपुर राजधानी रायपुर में ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक सिग्नल के साथ रंग बदलने वाली जैकेट लांच किया है जैसे-जैसे ट्रेफिक सिगनल बदलेगा ठीक उसी तरह से ट्रैफिक जवान द्वारा पहना गया जैकेट का भी रंग बदलेगा इसका प्रयोग ट्रैफिक पुलिस द्वारा फिलहाल राजधानी के एसआरपी चौक में किया जा रहा है जिसका रिस्पांस भी देखने को मिल रहा है यह जैकेट एलईडी लाइट से तैयार की गई और वाहन चालकों को लगभग 100 मीटर पहले ही सिग्नल का पता चल जाता है


Body:इस रंग बदलने वाली हाइटेक जैकेट में छोटी-छोटी एलईडी लाइट लगी है जो ट्रैफिक सिग्नल के कलर की है जैसे ही सिग्नल रेड होती है जैकेट का एलईडी लाइट भी रेड जलने लगता है ग्रीन सिगनल होने पर जैकेट में लगे एलईडी लाइट भी वाहन चालकों को ग्रीन दिखने लगता है ट्रायल के तौर पर अभी इसे कुछ चौक चौराहों पर ही प्रयोग में लाया जा रहा है अगर यह स्मार्ट जैकेट से ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने में मदद मिलेगी तो आने वाले दिनों में इस तरह के हाईटेक स्मार्ट जैकेट और भी बनाया जाएगा


Conclusion:इस हाईटेक जैकेट को बनाने में ट्रैफिक विभाग को लगभग 12 हजार रुपया खर्च करने पड़े इस हाईटेक जैकेट मे रिले ट्रांसमीटर बैटरी एलईडी लाइट और रिसीवर लगाया गया है और चौक चौराहों पर प्रयोग करते समय इसे ट्रैफिक सिग्नल से कनेक्ट कर दिया जाता है जिसके बाद ट्रैफिक सिग्नल के अनुसार यह हाईटेक जैकेट काम करता है इस हाईटेक जैकेट का प्रयोग ट्रैफिक जवान मोहसिन खान के द्वारा किया जा रहा है मोहसिन खान यह वही जवान है जो अपने निराला और अनोखे अंदाज में ट्रैफिक कंट्रोल करता है इस जवान को डांसिंग काप के नाम से भी पहचाना जाता है ईटीवी भारत ने जब जवान से इस हाईटेक जैकेट के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि वाहन चालक दूर से ही सिग्नल देख लेते हैं और ट्रैफिक रूल्स का पालन कर रहे हैं और इसका रिस्पांस भी देखने को मिल रहा है इस स्मार्ट जैकेट के बारे में ट्रैफिक विभाग के डीएसपी सतीश ठाकुर का कहना है कि यह स्मार्ट बाजार से नहीं खरीदा गया है बल्कि इसे ट्रैफिक विभाग द्वारा बनवाया गया है और इस जैकेट की कीमत लगभग 12 हजार रुपए बताई जा रही है उनका कहना है कि अभी इसे प्रयोग के तौर पर राजधानी के एसआरपी चौक के अलावा कुछ और चौक चौराहे पर इसका प्रयोग किया जा रहा है अगर इसका रिस्पांस अच्छा रहा तो आने वाले समय में और भी जैकेट ट्रैफिक विभाग द्वारा बनाया जाएगा इस स्मार्ट जैकेट की खास बात यह है कि एक बार बैटरी चार्ज होने के बाद लगभग 6 घंटे तक स्मार्ट जैकेट काम करता है साथ ही धूप और बारिश के अलावा भी यह स्मार्ट जैकेट कोहरे में भी इसकी लाइट दूर से नजर आएगी स्मार्ट जैकेट उन चौक चौराहों के लिए भी वरदान साबित होगी जहां पर अभी ट्रैफिक सिग्नल नहीं लग पाए हैं



बाइट मोहसिन खान ट्रैफिक जवान



बाइट सतीश कुमार ठाकुर डीएसपी ट्रैफिक रायपुर




रितेश कुमार तंबोली ईटीवी भारत रायपुर
Last Updated : Jan 14, 2020, 2:50 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.