रायपुर: राजधानी रायपुर में बढ़ती ट्रैफिक समस्या को सुधारने के लिए एक स्मार्ट कंपनी को इसकी जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन महीनों बाद भी शहर के हालात जस के तस बने हुए हैं.
जबकि कंपनी का दावा है कि शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए 157 करोड़ रुपये खर्च कर दिए गए हैं. इसके लिए इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम भी लगाया गया है. जिसका शहरवासियों को कोई फायदा नहीं मिल पा रहा है. अब मामले में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने संज्ञान लिया है और इसकी समीक्षा बैठक की बात कह रहे हैं.
बताया जा रहा है, शहर के चौक चौराहों पर अत्याधुनिक ट्रैफिक सिग्नल भी लगाए गए हैं. ट्रैफिक सिग्नल लगाये 6 महीने भी हो गए हैं, लेकिन व्यवस्था में सुधार नहीं है.
मामले में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू का कहना है कि मौजूदा हालात में व्यवस्था को सुधारने की जरूरत है, जो पैसे खर्च हुए हैं, वह उनके समय के नहीं है. पैसे उनकी सरकार से पहले खर्च पहले किए गए हैं. उन्होंने कहा कि एक बार फिर से मामले में कोई ठोस कदम उठाने की जरुरत है.