रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गुरुवार को रायपुर के पंडरी स्थित गुरुद्वारे में सिख धर्म के 10वें गुरु गुरु गोविंद सिंह की जयंती पर आयोजित 353वें प्रकाश पर्व समारोह में शामिल हुए. मुख्यमंत्री ने गुरुग्रंथ साहेब के सामने मत्था टेक प्रदेश की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की.
मुख्यमंत्री बघेल ने इस अवसर पर कहा कि 'गुरु नानक देव जी ने सिख धर्म की स्थापना की. गुरु गोविन्द सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की. उन्होंने समाज को जोड़ने का अद्भुत कार्य किया. गुरु गोविंद सिंह समाज सुधारक तो थे ही, साथ ही बड़े योद्धा भी थे. उन्होंने वीर योद्धा तैयार किए. साथ ही वे बड़े साधक भी थे. गुरु गोविंद सिंह ऐसे गुरु थे जिन्होंने कहा कि गुरु ग्रंथ साहेब ही सिख धर्म के गुरु होंगे.'
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं
बघेल ने कहा कि आज हमें गुरु गोविंद सिंह के बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लेना चाहिए. यहीं हमारी उनके प्रति विनम्र श्रद्धांजलि होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह धरती हम सब की है. हम सबको मिलकर इसकी रक्षा और देखभाल करनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सिख समाज एक जिंदा दिल कौम है, जो हर स्थिति में खुश रहता है और खूब मेहनत करता है. मुख्यमंत्री ने गुरु गोविंद सिंह के प्रकाश पर्व पर सिख समाज के साथ प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी.
पढ़े: अब 85 लाख मीट्रिक टन होगी धान की खरीदी, जानें भूपेश कैबिनेट के अहम निर्णय
इस अवसर पर विधायक कुलदीप जुनेजा, विधायक सत्यनारायण शर्मा, नगर निगम रायपुर के महापौर प्रमोद दुबे, छत्तीसगढ़ अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष महेंद्र सिंह छाबड़ा, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह चंडोक सहित तमाम पदाधिकारी, सदस्य और श्रद्धालु बड़ी संख्या में उपस्थित रहे. इस अवसर पर सिख समाज ने मुख्यमंत्री को सरोपा भेंट कर उनका अभिनंदन किया.