रायपुर: डिग्रियां पूरी करने के बाद ज्यादातर स्टूडेंट्स बड़े आईटी शहरों में जाकर लाखों कमाने की सोचते हैं. लेकिन NIT रायपुर की छात्रा श्वेता कुमारी ने लाखों के पैकेज को ठुकरा दिया. श्वेता आपने प्रदेश में ही रह कर लोगों को इलेक्ट्रॉनिक्स से जुड़े विषयों को लेकर जागरूक कर रही हैं. शनिवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, एनआईटी रायपुर का 13वां दीक्षांत समारोह हुआ. समारोह में स्टूडेंट्स को बीटेक और एमटेक की डिग्री और गोल्ड मेडल बांटे गए.
ठुकरा दी लाखों की नौकरी: श्वेता कुमारी VLSI पॉइंट और इलेक्ट्रॉनिक्स ट्रेल्स नाम से दो यूट्यूब चलाती हैं. चैनल में श्वेता इलेक्ट्रॉनिक्स से जुड़ी गतिविधियां, उसके नियम, उसके उपयोग के बारे में लोगों को बताती हैं. श्वेता के चैनल्स में हजारों की संख्या में सब्सक्राइबर हैं. वहीं यूट्यूब से श्वेता सालाना 9 से 10 लाख की कमाई कर लेती हैं. प्लेसमेंट के दौरान श्वेता का सिलेक्शन एनएक्सपी सेमीकंडक्टर्स में हुआ था. जहां श्वेता को कंपनी 10 लाख रुपए का सालाना पैकेज दे रही थी. लेकिन श्वेता ने ऑफर को स्वीकार नहीं किया और खुद का यूट्यूब चैनल बनाया. इसके अलावा श्वेता की दुर्ग में 360 वेब्रोन प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी भी है.
"एमटेक की डिग्री के लिए मुझे सिल्वर मेडल मिला है. मैंने छत्तीसगढ़ से ही अपने स्कूल और ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की है. अभी मैं अपनी पूरी लाइफ को इलेक्ट्रॉनिक्स स्टूडेंट को एजुकेट करने में डेडीकेट करना चाहती हूं. मैं सभी इलेक्ट्रॉनिक्स के स्टूडेंट्स को यह गाइड करना चाहती हूं कि, इलेक्ट्रॉनिक्स में फ्यूचर बहुत अच्छा है. यदि आप इसमें अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो यह बहुत सही मौका है. पहले इंडिया में फेब्रिकेशन नहीं होता था, इसलिए कहा जाता था कि अगर आप इलेक्ट्रॉनिक्स का फील्ड ले रहे हैं. तो इसमें करियर ग्रोथ नहीं कर पाएंगे. लेकिन अब सिचुएशन बदल चुके हैं. कोविड-19 में हमने चाइनीज प्रोडक्ट को बॉयकाट किया है. अब फेब्रिकेशन इंडिया में स्टार्ट होने जा रहा है. फेब्रिकेशन यूनिट इंडिया में लगने वाली है." - श्वेता कुमारी, एमटेक सिल्वर मेडलिस्ट और यूट्यूबर
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श्वेता पढ़ाई में शुरू से ही काफी अच्छी रहीं. श्वेता ने 10वीं क्लास में प्रदेश में 12वां स्थान हासिल किया था. वहीं कक्षा 12वीं में श्वेता ने प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया था. श्वेता ने एनआईटी रायपुर से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक किया. इसके साथ ही श्वेता ने एनआईटी रायपुर से ही इलेक्ट्रॉनिक्स में एमटेक भी किया. एमटेक में श्वेता को सिल्वर मेडल मिला है.