रायपुर: राजधानी के पुराना फायर ब्रिगेड चौक में स्थित श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर की लोगों में बड़ी गहरी मान्यता है. कहा जाता है कि दूर दूर से श्रद्धालु यहां अपनी मनोकामना लेकर आते हैं और उनकी सभी की मनोकामनाएं पूरी भी होती है.
दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर: मंदिर के पुजारी पंडित अनिश दुबे ने बताया कि "श्री संकट मोचन हुनमान मंदिर, दक्षिण मुखी मंदिर है. मंदिर 40 साल से भी ज्यादा प्राचीन है. मंदिर में रोजाना श्रद्धालुओं का ताता लगा रहता है. लेकिन शनिवार और मंगलवार के श्रद्धालुओं ज्यादा संख्या में आते है. सच्चे मन से जो श्रद्धा लेकर आता है. भगवान हनुमान उनकी मनोकामना जरूर पूरी करते हैं."
मंदिर में 21 बार यह पाठ करने से मिलता है लाभ: पंडित अनिश दुबे ने बताया कि "श्रद्धालु जिसे आपनी मनोकामनाएं पूरी करनी है. वे संकट मोचन हनुमान मंदिर में 21 बार सुंदरकांड, हनुमान चालीसा और बजरंग पाठ करें. इससे उनकी मनोकामना जल्द पूर्ण होती है."
गलती करने पर सजा देते हैं हनुमान जी: मंदिर के पुजारी पंडित अनिश दुबे ने बताया कि "भगवान हनुमान श्रद्धालुओं की मनोकामना तो पूर्ण करते ही हैं. लेकिन अगर कोई गलत काम करता है. तो हनुमान भगवान उन्हें सजा भी देते हैं."
यह है आरती का समय: पंडित अनिश दुबे ने बताया कि "मंदिर में सुबह शाम दोनों समय आरती होती है. सुबह 6:30 बजे आरती होती है और शाम का 7:00 रोजाना आरती होती है. मंदिर परिसर में हनुमान जी की मूर्ति के अलावा, भगवान श्री राम,लक्ष्मण और जानकी माता की मूर्ति है. इसके साथ ही मंदिर परिसर में ही सांई मंदिर है."
ऐसे हुआ था मंदिर स्थापित: श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष राजा मिश्रा ने बताया कि "पहले मंदिर फायर ब्रिगेड के आफिस परिसर में ही था. भगवान हनुमान की सेवा और देखरेख फायर ब्रिगेड के कर्मचारी और मोहल्ले वासी ही करते थे. जब भी शहर में आग लगती और जब आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड के कर्मचारी गाड़ी लेकर रवाना होते. उससे पहले हनुमान जी के दर्शन करके में जरूर निकलते. आज फायर ब्रिगेड दूसरी जगह स्थानांतरित हो गया है. लेकिन आज की मंदिर ट्रस्ट से फायर ब्रिगेड के कर्मचारी जुड़े हुए हैं. हर साल मंदिर में हनुमान जयंती के मौके पर महाआरती के साथ भव्य भंडारे का आयोजन किया जाता है."