रायपुर: शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करने के बाद छत्तीसगढ़ सहित देश-दुनिया और विभिन्न राशियों पर कैसा प्रभाव रहेगा. कौन सी राशि वालों के लिए यह शुभ रहेगा और कौन सी राशि वालों के लिए शुभ नहीं होगा. क्या और किस तरह के करने होंगे उपाय. आइये जानते हैं, ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी से...
शनि को राशि परिवर्तन करने में लगते हैं ढाई वर्ष: ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने बताया कि "पंचांग के अनुसार साल 2023 में शनि देवता राशि परिवर्तन करने वाले हैं. ज्योतिष शास्त्र में शनि को सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह माना गया है. शनि ग्रह को राशि परिवर्तन करने में लगभग ढाई वर्ष लग जाते हैं. हिंदू धर्म में शनि देव को फल देने वाले देवता के रूप में पूजा जाता है. ऐसी मान्यता है कि यदि व्यक्ति की राशि में शनि की स्थिति खराब हो जाए, तो उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. ज्योतिषियों के अनुसार साल 2023 में शनि देवता राशि परिवर्तन करने वाले हैं."
शनि के राशि परिवर्तन होने पर राशियों पर प्रभाव:
मेष राशि: ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने बताया कि "मेष राशि वाले जातक के लिए शनि देवता दशम और लाभ भाव के स्वामी माने जाते हैं. साल 2023 में मेष राशि के जातक के लिए लाभ स्थान में शनि देवता गोचर करने वाले हैं. वही ग्यारहवें भाव में शनि देवता शुभ लाभ देने वाले कहे जाते हैं. ज्योतिष के अनुसार नए साल में शनि देवता की दृष्टि आपके लग्न पंचम और अष्टम भाव पर पड़ने वाली है, ऐसे में शनि देवता की कृपा से आप अपना खुद का काम शुरू कर सकते हैं. पिता की ओर से आपको सहयोग भी मिल सकता है. आपका भाग्य भी साथ दे सकता है. नए साल में नई ऊर्जा मिल सकती है. लंबे समय से रुके हुए काम फिर से शुरू हो सकते हैं. शनि देवता की गोचर करने के कारण मेष राशि वाले जातकों को व्यापार के क्षेत्र में मुनाफा हो सकता है. मित्रों से भी सहयोग मिल सकता है. वही संतान की ओर से भी आपको सहयोग एवं गर्व अनुभव करने का मौका मिल सकता है. शनि देवता की कृपा से पढ़ाई की रुचि बढ़ सकती है. रहस्यमई चीजों में आपकी रूचि बढ़ने के कारण आपको कुछ वर्षों में सफलता भी मिल सकती है."
वृषभ राशि: ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने बताया कि "वृषभ राशि वाले जातकों के लिए शनि देवता राजयोग कारक माने जाते हैं. साल 2023 में शनि देवता वृषभ राशि के लिए भाग्य और दशम भाव के स्वामी दशम भाव में गोचर करने वाले हैं. मूल त्रिकोण राशि में आने के बाद शनि देवता और भी शक्तिशाली हो जाते हैं. इस गोचर से शनि देवता के आने से वृषभ राशि के जातकों का भाग्य बदलने वाला है. शनि देवता की दृष्टि आपके बारे में चौथे और सप्तम भाव में पड़ने वाली है. शनि देवता के राशि परिवर्तन करने के कारण वृषभ राशि के जातक अगले कुछ वर्षों में कार्यक्षेत्र में प्रमोशन मिल सकता है. लंबे समय से कर रहे परिणामों का इंतजार भी खत्म हो सकता है. जो जातक कई वर्षों से मकान खरीदने का सपना देख रहे हैं, उनका सपना बहुत जल्द पूरा हो सकता है. तेल खनन राजनीति दर्शन ज्योतिष से जुड़े जातकों को तरक्की बहुत जल्द होने वाली है. शनि देवता के आशीर्वाद से आप अपना काम खुद शुरू कर सकते हैं. यदि आप साझेदारी में काम करने की सोच रहे हैं तो आपको इसमें फायदा हो सकता है."
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मिथुन राशि: ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने बताया कि "मिथुन राशि वाले जातकों के लिए शनि देवता आठवें और नौवें भाव के स्वामी माने जाते हैं. साल 2023 में शनि देवता का गोचर आपके भाग्य स्थल में पिछले ढाई साल से शनि की अढ़ईया चल रही है, जिससे अब उन्हें मुक्ति मिल जाएगी. वही शनि देवता की दृष्टि आपके लाभ भाव तीसरे भाव और छठे भाव पर पड़ने वाली है. शनि देवता के गोचर करने से मिथुन राशि वाले जातकों का भाग्य का साथ मिलने वाला है. व्यापारी वर्ग वाले लोगों को प्रतिष्ठा और मुनाफा मिलने की उम्मीद दिखाई पड़ रही है. परिवार की तरफ से जो आपके जीवन में रुकावट आ रही थी, उसका बहुत जल्द अंत होने वाला है. यदि आप पुरानी बीमारी से ग्रसित है, तो इससे अब आपको छुट्टी मिल सकती है. शनि देवता के गोचर करने से आप अपने मित्रों के सहयोग से समाज में अच्छा काम कर सकते हैं. साहस और पराक्रम में आपको वृद्धि मिलती दिखाई दे रही है. वही आपको यात्रा करने से लाभ मिल सकता है. ननिहाल पक्ष से आपको अच्छा कोई उपहार भी प्राप्त हो सकता है.
कर्क राशि: ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने बताया कि "कर्क राशि वाले जातक के लिए शनि देवता सप्तम और अष्टम भाव के स्वामी बनकर मृत्यु तुल्य काम करते हैं. नए साल में शनि देवता का गोचर आप के आठवें स्थान से होने वाला है. ज्योतिष शास्त्र में शनि की इस स्थिति को अढ़ईया के नाम से भी जाना जाता है. नए साल में शनि देवता की दृष्टि आपके दशम दूसरे और पंचम भाव पर पड़ने वाली है. ऐसे समय में आपके साथ कोई भी बुरी घटना घट सकती है. शनि की स्थिति ठीक ना होने की वजह से आपको अधिक मेहनत करना पड़ सकता है. मानसिक तनाव से भी जूझना पड़ सकता है. जब तक शनि की स्थिति ठीक ना हो जाए ससुराल पक्ष से लेनदेन ना करें. ऐसे समय में परिवार के सदस्यों के साथ आपका झगड़ा हो सकता है. उधार दिया हुआ पैसा इस दौरान अटक सकता है. ऐसी स्थिति में आप अपनी वाणी पर काबू रखें. वरना आप को भारी नुकसान का सामना करना भी पड़ सकता है. इस दौरान कोई भी नया कार्य शुरू ना करें. यह समय आपके लिए अनुकूल नहीं है."
सिंह राशि: ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने बताया कि "सिंह राशि वाले जातक के लिए शनि आठवें और सातवें भाव के स्वामी माने जाते हैं. नए साल में शनि देवता का गोचर आपके सातवें भाव से ही होने वाला है. इस भाव को मारकेश (मृत्यु तुल्य) के रूप में देखा जाता है. ज्योतिषियों के अनुसार शनि की दृष्टि आपके भाग्य भाव, लग्न भाव और चौथे भाव पर पड़ने वाली है. शनि के ऐसे गोचर करने से आपके दांपत्य जीवन में कुछ कठिनाइयां आ सकती है. आपके प्रेम संबंध के बीच अनबन की स्थिति बन सकती है. इस समय में आप अपनी पत्नी के सेहत पर विशेष ध्यान दें. नौकरी कर रहे जातक को अपने सीनियर्स की मदद से सफलता मिल सकती है. शनि के गोचर करने से पिता के साथ आपका अनबन हो सकता है. यदि आप व्यापारिक क्षेत्र में काम करते हैं, तो इस दौरान अपने कर्मचारियों का अपमान ना करें. ऐसे समय में आप अपने आलस को त्याग कर अपने काम पर ध्यान दें. शनि की स्थिति ठीक ना होने की वजह से आपको मानसिक तनाव भी हो सकता है."