रायपुर: निशक्तजनों के 1000 करोड़ घोटाला मामले को लेकर एक बार फिर पक्ष-विपक्ष आमने-सामने आ गए हैं. जहां एक ओर इस मामले को लेकर भाजपा ने CBI जांच की मांग की है, तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने इस मांग पर पलटवार करते हुए पूर्व की भाजपा सरकार पर प्रदेश में CBI के प्रवेश पर रोक लगाए जाने की जानकारी दी.
दरअसल, कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में बुधवार को एक पत्रकार वार्ता आयोजित की गई, जहां मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि 'रमन सिंह अपने ही भ्रष्टाचार की CBI जांच करवाने के लिए इतने आतुर क्यों हैं. रमन सिंह ने ही प्रदेश में साल 2012 में CBI के प्रवेश पर रोक लगाई थी और अब खुद इस पूरे मामले की CBI जांच की मांग कर रहे हैं'.
'रमन सिंह को प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए'
शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि 'निशक्तजन घोटाला मामले में रमन सिंह को प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए. साथ ही जितनी राशि की हेरा-फेरी की गई है. उस राशि को रमन सिंह को सरकारी खजाने में जमा करना चाहिए'.
1 हजार करोड़ रुपये के घोटाले में कई लोगों के नाम
प्रदेश में भाजपा शासनकाल में निशक्तजन घोटाला मामले में लगभग 1 हजार करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगा है. इस मामले में केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह सहित कई आईएएस अफसरों के नाम शामिल होने की बात सामने आई है. इस पूरे मामले में भोपाल में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.