रायपुर : मध्यप्रदेश के शासन-प्रशासन में भूचाल ला देने वाले हनीट्रैप केस के तार अब छत्तीसगढ़ से जुड़ते नजर आ रहे हैं. इस स्कैंडल की मुख्य आरोपी के पास से जब्त की गई डायरी में छत्तीसगढ़ के एक पूर्व मंत्री और दो IAS अधिकारियों के नाम होने की खबर के बाद से ही छत्तीसगढ़ के गलियारों में भी हल-चल पैदा हो गई है. खबर यहां तक है कि जल्द ही मध्यप्रदेश से पुलिस की एक टीम जांच के लिए छत्तीसगढ़ पहुंच सकती है.
हनीट्रैप का छत्तीसगढ़ कनेक्शन होने की खबर के बाद से ही सरकार से लेकर विपक्ष तक सभी की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी हैं. गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने साफ कहा कि, अगर किसी ने भी कुछ भी गलत किया है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा.
वहीं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी के प्रमुख अजीत जोगी का कहना है कि, 'मामले में जांच के बाद जो भी नाम उजागर हों उन्हें सभी के सामने लाया जाना चाहिए'. वहीं हनीट्रैप मामले में समाजसेवी ममता शर्मा ने हनीट्रैप रचने वाले और इसमें शामिल लोगों को सबके सामने लाने की जरूरत बताई.
जिस हनीट्रैप का कनेक्शन छत्तीसगढ़ से जुड़े होने की खबर मात्र से प्रदेश के राजनीति से लेकर प्रशासनिक गलियारों में हल-चल पैदा कर दी है वो क्या है ये भी जान लीजिए.
- पांच महिलाओं के ग्रुप ने रचा हनीट्रैप.
- नेताओं और अधिकारियों को अपन जाल में फंसाया.
- नेताओं और अधिकारियों के वीडियो और ऑडियो बनाए.
- कई लोगों को ब्लैकमेल कर लिए करोड़ों रुपए.
हनीट्रैप का छत्तीसगढ़ से कोई लेना-देना है या नहीं ये तो वक्त ही बताएगा, लेकिन इस जाल में छत्तीसगढ़ के राजनेता और अधिकारी फंसे हुए होने का खुलासा होता है तो छत्तीसगढ़ की राजनीति एक नया मोड़ ले सकती है.