रायपुर: विधानसभा सत्र के दूसरे दिन भूपेश जब सदन में बोलने के लिए उठे तो सदन का पूरा माहौल हंसी के ठहाकों से गूंज उठा. बघेल ने विधानसभा अध्यक्ष से कहा कि मैं सोच रहा था कि सदन में मैं ही अकेला भूतपूर्व मुख्यमंत्री रहूंगा, लेकिन आपने ऐसा नहीं होने दिया. इस सदन में अब दो दो भूतपूर्व मुख्यमंत्री हैं. बघेल ने कहा कि जनता ने हमे यहां बिठा दिया और आपको वहां बैठा दिया, खैर कोई बात नहीं. बघेल ने रमन सिंह को विधानसभा अध्यक्ष बनने पर बधाई देते हुए कहा कि पिछली सरकार में जो विधानसभा अध्यक्ष थे आपको बोलने का मौका ज्यादा देते थे. बघेल ने कहा कि उम्मीद है कि आप भी हमें सदन में बोलने का भरपूर मौका देंगे.
''सदन में मैं अकेला भूतपूर्व मुख्यमंत्री नहीं हूं'': भूपेश बघेल ने सदन में कहा कि रमन सिंह का लंबा राजनीतिक अनुभव इस सदन का रहा है उम्मीद है उनके अनुभव का लाभ हमें आगे भी मिलता रहेगा. सदन की परंपराएं जो रही हैं उन परंपराओं को आगे ले जाने का काम रमन सिंह बखूबी करेंगे. इस सदन ने कई परंपराएं भी स्थापित की हैं जिसमें सभी सदस्यों का बड़ा योगदान रहा है. रमन सिंह के नेतृत्व में हम उन परंपराओं को और आगे लेकर जाएंगे.
''हम उधर थे आपने इधर कर दिया'': बघेल ने बीजेपी पर चुटकी लेते हुए कहा कि हम कभी उधर बैठते थे, लेकिन आपने हमें इधर बैठने को मजबूर कर दिया. अब वहां पर विष्णुदेव साय जी आ गए हैं. जब आप इधर बैठते थे तो खूब तेज आक्र्मण करते थे, अब हम इधर हैं और 15 की जगह 35 सीटें हैं तो हम भी जोर लगाकर आक्रमण करेंगे. हम लोगों की भूमिका बदल गई है लेकिन जनता के हित का काम हम दोनों लोगों के लिए सर्वोपरि है.
जब सदन में लगे हंसी के ठहाके: सदन में चर्चा के दौरान एक वक्त ऐसा भी आया जब कुरुद से विधायक चुने गए अजय चंद्राकर ने बघेल को कहा कि तू इधर उधर की बात न कर, ये बता कि कारवां लुटा क्यों. चंद्राकर के सवाल पर बघेल ने कहा कि अभी तो चर्चा शुरु हुई है हम कभी और इस पर चर्चा कर लेंगे.