रायपुर: प्रदेश में कांग्रेस के सिर पर ताज सजे चार महीने बीत चुके हैं, मंत्री शपथ ग्रहण कर अपनी जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं, लेकिन अभी भी निगम मंडलों में अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं की गई है. सरकार बनने के बाद तीन प्राधिकरण के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की नियुक्ति हुई है, लेकिन अभी भी 126 निगम मंडल आयोग की कुर्सियां खाली पड़ी हैं. जिस पर लोकसभा चुनाव के बाद नियुक्ति की जाएगी.
प्रदेश में 38 संस्थाओं के अध्यक्ष और सदस्यों के पद को लाभ के पद से मुक्त रखा गया है. इन संस्थाओं में कांग्रेस के उन विधायकों को कुर्सी पर बैठाया जाएगा, जो कहीं न कहीं मंत्री न बनने से नाराज चल रहे थे. उनकी नाराजगी दूर करने के लिए सीएम भूपेश ये सौगात दे सकते हैं.
प्रचार में जुटे हैं नेता
माना जा रहा है कि कुर्सी के मोह में ज्यादातर कांग्रेसी नेताओं ने लोकसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. यहां तक कि कुछ नेता छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न होने के बाद अन्य प्रदेशों में जाकर पार्टी के लिए प्रचार कर रहे हैं. ताकि लोकसभा चुनाव के बाद निगम मंडल प्राधिकरण की कुर्सी मिल सके.
पार्टी दे रही सफाई
कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि यहां के कांग्रेसी नेताओं को उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में चुनाव प्रचार करने की जिम्मेदारी दी गई है, जिसमें वे बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. वहीं उन्होंने कहा कि कुर्सी के लालच में नहीं नेता पार्टी के लिए काम कर रहे हैं.