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Sawan Somwar 2022: सावन के पहले सोमवार पर ऐसे करें भगवान शिव की पूजा !

सावन के महीने की शुरुआत 14 जुलाई से हो (Sawan 2022) गई है. आज सावन का पहला सोमवार है. इस दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने से शुभ फल की प्राप्ति होती (first Monday of Sawan) है. सावन महीने में भगवान शिव का रुद्राभिषेक करने से पद, प्रतिष्ठा, ऐश्वर्य की प्राप्ति होती ( sawan somwar 2022) है. इस सावन के पहले (Worship Lord Shiva on the first Monday of Sawan) सोमवार को कैसे करें पूजा पढ़िए यहां.

Sawan Somwar 2022
सावन का पहला सोमवार
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Published : Jul 18, 2022, 12:43 AM IST

रायपुर/हैदराबाद: सावन का महीना भगवान शिव को अत्यंत (Sawan 2022) प्रिय है. यही वजह है कि इस महीने में उनकी विशेष पूजा अर्चना की जाती है. इस पूरे महीने शिवालयों और मंदिरों में भगवान भोलेनाथ की विशेष पूजा अर्चना की जाती है. इस बार सावन 28 दिन का है. हिंदू धर्म में सावन के सोमवार का विशेष (first Monday of Sawan)महत्व है. अगर सावन के हर सोमवार विधि पूर्वक भगवान शिव की आराधना करेंगे तो किसी भी समस्या से मुक्ति पा सकते हैं. इस बार का पहला सोमवार 18 जुलाई यानी की आज है.

कैसे करें सावन सोमवार का व्रत (Sawan 2022) : सावन के पहले सोमवार प्रातःकाल या प्रदोष काल में स्नान करने के बाद शिव मंदिर जाएं. घर से ही लोटे में जल भरकर ले जाएं. मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल अर्पित करें और वहीं शिव मंत्र का 108 बार जाप करें. दिन में केवल फलाहार करें (Worship Lord Shiva on the first Monday of Sawan). शाम के वक्त भगवान के मंत्रों का फिर जाप करें और उनकी आरती करें. अगले दिन पहले अन्न वस्त्र का दान करें. इसके बाद व्रत का पारायण (Lord Bholenath Worship vidhi) करें.

कब करें शिव की पूजा: सावन के पहले सोमवार में भगवान शिव की पूजा के कई शुभ मुहूर्त बन रहे हैं. सुबह 04 बजकर 13 मिनट से लेकर 04 बजकर 54 मिनट तक ब्रह्म मुहूर्त रहेगा. इसके बाद दोपहर 12 बजे से 12.55 तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा. फिर दोपहर 02.45 से 03:40 तक विजय मुहूर्त रहने वाला है. इस दौरान दोपहर 12.24 से लेकर अगले दिन सुबह 5.35 तक रवि योग रहेगा. इस बीच आप किसी भी वक्त भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं.

सावन में भगवान भोलेनाथ को करें प्रसन्न: सावन के पहले सोमवार में फूल, फल, मेवा, दक्षिणा, कुशासन, दही, शुद्ध देशी घी, शहद, गंगा जल, पवित्र जल, पंच रस, इत्र, गंध रोली, मौली जनेऊ, पंच मिष्ठान्न, बिल्वपत्र, धतूरा, भांग और बेर भगवान शिव को अर्पित करने के लिए रख लें. शिव भक्त इस दिन व्रत रखकर भगवान शिव की उपासना करते हैं. मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव को उनकी प्रिय चीजों का भोग लगाना चाहिए और अभिषेक करना चाहिए. ऐसा करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.

सावन के पहले सोमवार पर ऐसे करें पूजा ?

  1. भगवान शंकर के सामने आंख बंद शांति से बैठें और व्रत का संकल्प लें.
  2. दिन में दो बार सुबह और शाम को भगवान शंकर व मां पार्वती की अर्चना जरूर करें.
  3. भगवान शंकर के सामने तिल के तेल का दीप प्रज्वलित करें और फल व फूल अर्पित करें.
  4. आसपास कोई मंदिर है तो वहां जाकर भोलेनाथ के शिवलिंग पर जल व दूध अर्पित करें.
  5. भगवान शिव को दूध और जल अर्पित करना बहुत अच्छा माना जाता है.
  6. सावन के सोमवार को हो सके तो रुद्राभिषेक कराएं.
  7. शिवलिंग पर गन्ने का रस चढ़ाने से जीवन में सभी तरह की सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है.
  8. ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करें.
  9. शिव चालीसा का पाठ करें और अंत में आरती करें

रायपुर/हैदराबाद: सावन का महीना भगवान शिव को अत्यंत (Sawan 2022) प्रिय है. यही वजह है कि इस महीने में उनकी विशेष पूजा अर्चना की जाती है. इस पूरे महीने शिवालयों और मंदिरों में भगवान भोलेनाथ की विशेष पूजा अर्चना की जाती है. इस बार सावन 28 दिन का है. हिंदू धर्म में सावन के सोमवार का विशेष (first Monday of Sawan)महत्व है. अगर सावन के हर सोमवार विधि पूर्वक भगवान शिव की आराधना करेंगे तो किसी भी समस्या से मुक्ति पा सकते हैं. इस बार का पहला सोमवार 18 जुलाई यानी की आज है.

कैसे करें सावन सोमवार का व्रत (Sawan 2022) : सावन के पहले सोमवार प्रातःकाल या प्रदोष काल में स्नान करने के बाद शिव मंदिर जाएं. घर से ही लोटे में जल भरकर ले जाएं. मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल अर्पित करें और वहीं शिव मंत्र का 108 बार जाप करें. दिन में केवल फलाहार करें (Worship Lord Shiva on the first Monday of Sawan). शाम के वक्त भगवान के मंत्रों का फिर जाप करें और उनकी आरती करें. अगले दिन पहले अन्न वस्त्र का दान करें. इसके बाद व्रत का पारायण (Lord Bholenath Worship vidhi) करें.

कब करें शिव की पूजा: सावन के पहले सोमवार में भगवान शिव की पूजा के कई शुभ मुहूर्त बन रहे हैं. सुबह 04 बजकर 13 मिनट से लेकर 04 बजकर 54 मिनट तक ब्रह्म मुहूर्त रहेगा. इसके बाद दोपहर 12 बजे से 12.55 तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा. फिर दोपहर 02.45 से 03:40 तक विजय मुहूर्त रहने वाला है. इस दौरान दोपहर 12.24 से लेकर अगले दिन सुबह 5.35 तक रवि योग रहेगा. इस बीच आप किसी भी वक्त भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं.

सावन में भगवान भोलेनाथ को करें प्रसन्न: सावन के पहले सोमवार में फूल, फल, मेवा, दक्षिणा, कुशासन, दही, शुद्ध देशी घी, शहद, गंगा जल, पवित्र जल, पंच रस, इत्र, गंध रोली, मौली जनेऊ, पंच मिष्ठान्न, बिल्वपत्र, धतूरा, भांग और बेर भगवान शिव को अर्पित करने के लिए रख लें. शिव भक्त इस दिन व्रत रखकर भगवान शिव की उपासना करते हैं. मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव को उनकी प्रिय चीजों का भोग लगाना चाहिए और अभिषेक करना चाहिए. ऐसा करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.

सावन के पहले सोमवार पर ऐसे करें पूजा ?

  1. भगवान शंकर के सामने आंख बंद शांति से बैठें और व्रत का संकल्प लें.
  2. दिन में दो बार सुबह और शाम को भगवान शंकर व मां पार्वती की अर्चना जरूर करें.
  3. भगवान शंकर के सामने तिल के तेल का दीप प्रज्वलित करें और फल व फूल अर्पित करें.
  4. आसपास कोई मंदिर है तो वहां जाकर भोलेनाथ के शिवलिंग पर जल व दूध अर्पित करें.
  5. भगवान शिव को दूध और जल अर्पित करना बहुत अच्छा माना जाता है.
  6. सावन के सोमवार को हो सके तो रुद्राभिषेक कराएं.
  7. शिवलिंग पर गन्ने का रस चढ़ाने से जीवन में सभी तरह की सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है.
  8. ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करें.
  9. शिव चालीसा का पाठ करें और अंत में आरती करें
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