रायपुर: रायपुर के सिद्धपीठ मां महामाया देवी मंदिर के सत्संग भवन में सावन के अंतिम और आठवें सोमवार को भगवान शिव के पार्थिव शिवलिंग का अभिषेक किया जाएगा. समग्र ब्राह्मण परिषद छत्तीसगढ़ की ओर से 28 अगस्त को पार्थिव शिवलिंग बनाकर रुद्राभिषेक किया जाएगा. इसमें मिट्टी के 11 हजार पार्थिव शिवलिंग बनाए जाएंगे.
सावन का आखिरी सोमवार बेहद खास: बता दें कि सावन माह में पुरुषोत्तम मास पड़ना काफी शुभ माना जाता है. क्योंकि इसमें दो माह तक भक्तों को भगवान शिव की आराधना का समय मिल जाता है. 19 साल बाद इस बार सावन में पुरुषोत्तम मास पड़ रहा है. अब 21 साल के बाद सावन में पुरुषोत्तम मास पड़ेगा. यही कारण है कि सावन का आखिरी सोमवार शिव भक्तों के लिए बेहद खाद होने वाला है. इस दिन सभी शिवालय में धूमधाम से भगवान शिव का अभिषेक किया जाएगा. खास बात ये है कि इस दिन ही सोम प्रदोष व्रत भी पड़ रहा है.
सावन माह में 19 साल के बाद पुरुषोत्तम मास पड़ रहा है. अब 21 साल के बाद फिर ऐसा संयोग पड़ेगा. सावन माह का शुद्ध पखवाड़ा चल रहा है. 28 अगस्त को प्रदोष व्रत भी पड़ रहा है. यही कारण है कि इस दिन महामाया मंदिर के सत्संग भवन में 11 हजार पार्थिव शिवलिंग बनाकर रुद्राभिषेक किया जाएगा. इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई है. -मनोज शुक्ला, पुजारी, महामाया मंदिर रायपुर
महामाया मंदिर में आखिरी सोमवार को रुद्राभिषेक: बता दें कि सावन के आखिरी सोमवार को खास विधि से शिवजी की पूजा-अर्चना की जाएगी. रायपुर के महामाया मंदिर में भगवान शिवजी के पार्थिव शिवलिंग का अभिषेक किया जाएगा. कोई भी भक्त इस रुद्राभिषेक में शामिल हो सकता है. 28 अगस्त की सुबह 7:00 से सुबह 11:00 तक शिवभक्त मिट्टी का पार्थिव शिवलिंग तैयार करेंगे. फिर सुबह 11 से लेकर 12 तक पार्थिव शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. उसके बाद पूरे विधि-विधान से पार्थिव शिवलिंग का रुद्राभिषेक किया जाएगा. शाम 5 बजे तक रुद्राभिषेक चलेगा.
जानिए सावन के अंतिम सोमवार का महत्व : सावन का अंतिम सोमवार इस बार प्रदोष के दिन होगा. प्रदोष का दिन शिवजी को समर्पित है. वहीं, सावन के अंतिम सोमवार के दिन प्रदोष का पड़ना काफी शुभ माना जा रहा है. इस दिन की गई शिवजी की पूजा-अर्चना का खास लाभ भक्तों को मिलेगा.